हरियाणा इतिहास कांग्रेस का दसवां अधिवेशन प्रारंभ

हरियाणा इतिहास कांग्रेस का दसवां अधिवेशन प्रारंभ

रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा इतिहास कांग्रेस का दो दिवसीय दसवां अधिवेशन शनिवार को एमडीयू के इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के तत्वावधान में प्रारंभ हुआ।

 

बतौर मुख्य अतिथि, डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस.सी. मलिक ने कहा कि इतिहास प्रगति के दिशा निर्देशक की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हरियाणा इतिहास कांग्रेस के जनरल अध्यक्ष तथा इंडियन काउंसिल ऑफ़ हिस्टोरिकल रिसर्च (आईसीएचआर), नई दिल्ली के अध्यक्ष प्रो. रघुवेन्द्र तंवर ने हरियाणा को सभ्यता की जननी बताते हुए इसके मूल्यों के संरक्षण पर बल दिया। 

 

प्राचीन अनुभागीय अध्यक्ष व पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. संजय कुमार मंजुल ने सिंधु घाटी सभ्यता के जल प्रबंधन विशेषकर राखीगढ़ी (हरियाणा) के बारे में बताया। मध्यकालीन अनुभागीय अध्यक्ष हैदराबाद विवि के प्रो. संजय सुबोध ने हरियाणा के मध्यकालीन इतिहास पर प्रकाश डाला। आधुनिक अनुभागीय अध्यक्ष इग्नू से सेवानिवृत प्रो. स्वराज बसु ने हरियाणा की सांस्कृतिक निरंतरता और आधुनिकता पर जानकारी दी। हरियाणा इतिहास कांग्रेस के अध्यक्ष प्रो. यशवीर सिंह ने हरियाणा इतिहास कांग्रेस की स्थापना तथा इसके महत्व के बारे में बताया। 

 

इस अधिवेशन में हरियाणा सहित भारत के लगभग 17 राज्यों के शोधार्थी अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। लगभग 250 प्रतिभागियों की सक्रिय प्रतिभागिता है।