लुधियाना जामा मस्जिद के मुख्यद्वार पर शाही इमाम ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज

लोकतंत्र में तानाशाह के खिलाफ लडऩे का संकल्प ले भारती : मौलाना हबीब उर रहमान

लुधियाना जामा मस्जिद के मुख्यद्वार पर शाही इमाम ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज
लुधियाना की ऐतिहासिक जामा मस्जिद के मुख्यद्वार पर ध्वज फहराते हुए शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी नायब शाही इमाम उस्मान लुधियानवी सुशील पाराशर व अन्य।

लुधियाना: आज यहां शहर की ऐतिहासिक जामा मस्जिद के मुख्यद्वार पर शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया, साथ ही मदरसा जामिया हबीबिया लुधियाना के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय गान-जन-गण-मन पड़ा, ध्वज रोहन समारोह में शामिल सभी व्यक्तियों ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। इस अवसर पर एसीपी सेंट्रल वरियाम सिंह, इंस्पेक्टर सुरिंदर चोपड़ा, शुशील पराशर उपस्थित थे। संबोधित करते हुए जंगे आजादी में शामिल रही पार्टी मजलिस अहरार इस्लाम के अध्यक्ष व शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी ने कहा कि आज के दिन संविधान की रक्षा करने का संकल्प लेते हुए हमें यह फैसला करना है कि किसी की भी तानाशाही लोकतंत्र में चलने नहीं दी जाएगी।

शाही इमाम ने कहा कि सीसीए का बिल संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है यह देश सभी धर्मों और सभी जातियों के लोगों का है यहां कोई भी कानून किसी विशेष धर्म के नाम से नहीं बनाया जा सकता। शाही इमाम ने कहा कि आज के दिन हमें जंगे आजादी में शामिल रहे उन सभी भारतीयों को भी याद रखना होगा जिनकी कुर्बानियों की वजह से हमें यह दिन देखने को मिला है। शाही इमाम ने कहा कि मजलिस अहरार इस्लाम के कार्यकर्ताओं ने लगातार अंग्रेज सरकार के खिलाफ ना सिर्फ अपनी शहादत-ए पेश की बल्कि भारत को आजाद करवाने के लिए अंग्रेज जालिम हुक्मरानों से बार-बार टक्कर ली है। उन्होंने कहा कि देश की जंगे आजादी के इतिहास में सभी इतिहासकारों ने अहरार के कार्यकर्ताओं को विशेष स्थान दिया है।

वर्णनयोग है कि आज सुबह लुधियाना की ऐतिहासिक जामा मस्जिद के साथ-साथ शहर की विभिन्न मस्जिदों के बाहर गणतंत्रता दिवस मनाया गया। नायब शाही इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान लुधियानवी ने अपने साथियों के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराया और अलग-अलग स्थानों पर देश प्रेम के प्रति अपने विचार व्यक्त किए।