दोआबा कॉलेज में व्यक्तित्व निर्माण में अध्यापक की भूमिका पर सैमीनार आयोजित

दोआबा कॉलेज में व्यक्तित्व निर्माण में अध्यापक की भूमिका पर सैमीनार आयोजित
दोआबा कॉलेज में आयोजित सैमीनार में डा. उद्दयन आर्या उपस्थिति को संबोधित करते हुए। 

जालन्धर, 13 अक्तूबर, 2023: दोआबा कॉलेज के एजूकेशन विभाग द्वारा व्यक्तित्व निर्माण में अध्यापक की भूमिका पर सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें डा. उद्दयन आर्या, प्रिंसीपल, गुरू विरजानंद गुरुकुल महाविद्यालय, करतारपुर बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. अविनाश चंद्र- विभागध्यक्ष, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया।

मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने कहा कि हमारा देश गुरु शिष्य परम्परा एवं गुरुकुल शिक्षा पद्धति के लिए जाना जाता है जिसके तहत प्राचीन काल से ही गुरु शिष्य के सुदृढ परस्पर संबंधों से विद्यार्थियों का चहुँमुखी विकास होता है।

डा. उद्दयन आर्या ने आधुनिक परिवेश में अध्यापक की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अध्यापक के लिए आत्म निरिक्षण एवं आत्म मंथन महत्वपूर्ण गुण है। जिससे वह अपने व्यक्तित्व में लगातार निखार ला सकता है। जिसका सीधा असर विद्यार्थियों तक पहुँचता है। उन्होंने योगयता की परिभाषा देते हुए कहा कि किसी की अयोगयता से प्रभावित हुए बिना अपने व्यक्तित्व का उच्च स्तर बनाए रखना ही वास्तविक योगयता है। उन्होंने कहा कि आज के समय में विद्यार्थियों को लक्ष्य से विचलित हुए बिना काम करना एक चुनौति है इसमें अध्यापक के मार्गदर्शन से ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।