स्नातकोत्तर दीक्षारंभ का दूसरा दिन रहा युवा महिला उद्यमियों को समर्पित

शिक्षा और आत्मनिर्भरता ही असली सशक्तिकरण का आधार: डा. शरणजीत कौर

स्नातकोत्तर दीक्षारंभ का दूसरा दिन रहा युवा महिला उद्यमियों को समर्पित

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू में जारी स्नातकोत्तर दीक्षारंभ उत्सव के दूसरे दिन युवा महिला उद्यमियों ने अपने संघर्ष, अनुभव और उपलब्धियों के प्रेरक किस्से साझा कर छात्राओं में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की नई ऊर्जा भर दी। इस दौरान कुलपति प्रो. राजबीर सिंह उपस्थित रहे।

 
बतौर मुख्य अतिथि, भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डॉ. शरणजीत कौर ने अपने प्रभावी संबोधन में कहा कि आज की युवा पीढ़ी, विशेषकर बेटियां, न केवल अपने सपनों को साकार कर रही हैं, बल्कि समाज में परिवर्तन की अगुवाई भी कर रही हैं। उन्होंने शिक्षा और आत्मनिर्भरता को ही असली सशक्तिकरण का आधार बताया। उन्होंने विद्यार्थियों से शिक्षा के साथ-साथ अपने सामाजिक सरोकारों से जुड़ने और हर क्षेत्र में उत्कृष्टता का लक्ष्य रखने का आह्वान किया।

 
युवा महिला उद्यमी एवं एमडीयू एलुमना पद्माजय ने ऑनलाइन मोड से सामाजिक उद्यमिता की महत्ता पर विस्तृत मार्गदर्शन देते हुए स्व-सृजित डैफेटेरिया की परिकल्पना एवं विकास यात्रा साझा की। उन्होंने सामाजिक उद्यमिता के गुर साझे करते हुए बताया कि दृढ़ इच्छाशक्ति, सही योजना और निरंतर प्रयास से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। निदेशक आईएचटीएम प्रो. आशीष दहिया ने युवा उद्यमी पद्मजय का परिचय दिया।

 
ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम में जुड़ी विशिष्ट अतिथि सामाजिक उद्यमी नवनूर कौर ने कहा कि किसी भी उद्योग की सफलता केवल मुनाफे में नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में निहित है। उन्होंने विद्यार्थियों को सामाजिक उत्तरदायित्व और नवाचार आधारित उद्यमिता पर प्रकाश डाला।

 

एंटेक वेलनेस, मुंबई की निदेशिका एवं प्रतिष्ठित न्यूट्रीशियनिस्ट निकिता गर्ग ने एक सफल इंजीनियर से न्यूट्रीशियनिस्ट के रूप में बदलने की अपनी जीवन यात्रा का ब्यौरा दिया। उन्होंने अपना वजन 70 किग्रा से घटा कर 45 किग्रा करने की अपनी फिटनेस यात्रा की कथा साझा करते हुए बताया कि कैसे इससे न केवल शरीर में बदलाव आए, बल्कि फिटनेस के क्षेत्र में उद्यमिता शुरू कर लाखों लोगों को स्वस्थ और फिट बनाकर उनके जीवन में परिवर्तन आया। साइकोलॉजिस्ट और पॉडकास्ट होस्ट खुशी के. गुंड ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए मानसिक स्वास्थ्य, आत्मविश्वास और जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया।


प्रारंभ में डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस.सी. मलिक ने विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और विवि की उपलब्धियों एवं विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं बारे जानकारी दी। प्रॉक्टर प्रो. रणदीप राणा ने विद्यार्थियों को विवि के नियमों का पालन करने और अनुशासन बनाए रखने की सीख दी।

 
चीफ वार्डन गर्ल्स प्रो. सपना गर्ग ने कन्या छात्रावास के नियम एवं उपलब्ध सुविधाओं बारे जानकारी दी। खेल निदेशक डॉ. शकुंतला बेनीवाल ने खेल उपलब्धियों एवं सुविधाओं बारे बताया। सीसीपीसी निदेशिका प्रो. दिव्या मल्हान ने प्लेसमेंट संबंधित गतिविधियों बारे बताया।


सेंटर फॉर लाइफ एंड सॉफ्ट स्किल्स की निदेशक प्रो. शालिनी सिंह ने कौशल विकास, डिप्टी डीएसडब्ल्यू प्रो. सोनू ने छात्र कल्याण गतिविधियों, एनएसएस प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर प्रो. सविता राठी ने राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों तथा वाईआरसी प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर प्रो. अंजू धीमान ने यूथ रेडक्रॉस गतिविधियों बारे जानकारी दी।

 
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने रंगारंग हरियाणवी व पंजाबी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी। इस दौरान विभिन्न संकायों के डीन, विभागाध्यक्ष, अधिकारी, प्राध्यापक एवं नव प्रवेश प्राप्त पीजी विद्यार्थी मौजूद रहे।