एसडीएम आशीष कुमार ने किया फसल अवशेषों के उचित प्रबंधन का आह्वान
फसल अवशेष न जलाने वाले किसानों को सरकार दे रही प्रोत्साहन राशि।
रोहतक, गिरीश सैनी। रोहतक के उपमंडलाधीश आशीष कुमार ने किसानों का आह्वान किया है कि वे धान की फसल के अवशेषों को आग न लगायें तथा इन फसल अवशेषों का उचित प्रबंधन करें। फसल अवशेषों को जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है और भूमि उपजाऊ शक्ति भी घट जाती है। प्रदूषण से सभी प्राणियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
उपमंडलाधीश आशीष कुमार गांव डोभ, कलानौर, जिंदराण, निंगाना, आंवल व लाहली में किसानों को फसल अवशेषों का उचित प्रबंधन करने बारे जागरूक करने के साथ-साथ जल निकासी कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान धान के फसल अवशेषों से पशुओं के लिए चारा भी बना सकते है तथा उचित प्रबंधन कर अतिरिक्त आय भी कमा सकते है। हरियाणा सरकार पराली न जलाने वाले किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन योजना के तहत प्रति एकड़ 1200 रुपए की प्रोत्साहन राशि दे रही है।
एसडीएम आशीष कुमार ने कहा कि फसल अवशेष जलाने वाले किसानों पर पर तीन तरह की कार्यवाही की जाएगी, जिसमें एफआईआर दर्ज करवाना, 5 हजार से 30 हजार रुपये तक का जुर्माना व मेरी फसल मेरा ब्यौरा में रेड एन्ट्री करने का प्रावधान हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन गांवों में अभी जल निकासी का कार्य चल रहा है, उसमें और अधिक तेजी लाई जाये। उन्होंने गांव जिंदराण में अतिरिक्त पंप सैट व पाइप लाइन लगाने के निर्देश दिए। ग्रामीणों से बातचीत के दौरान एसडीएम आशीष कुमार ने कहा कि जिला में खाद की कोई कमी नहीं है। अगर किसी किसान को खाद से संबंधित कोई समस्या अथवा शिकायत है तो वह तुरंत एसडीएम कार्यालय में संपर्क कर सकता है।
उपमंडलाधीश आशीष कुमार ने स्थानीय अनाज मंडी में फसल खरीद कार्य की समीक्षा भी की तथा अधिकारियों को फसल खरीद कार्य को सुचारू एवं पारदर्शी तरीके से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को मंडियों में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने किसानों से संवाद करते हुए कहा कि सरकार किसानों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। इस दौरान बीडीपीओ अश्वनी, कलानौर के तहसीलदार रवि व मंडी के अधिकारी मौजूद थे।
Girish Saini 

