समाचार विश्लेषण/राहुल , टी शर्ट और भारत जोड़ो 

समाचार विश्लेषण/राहुल , टी शर्ट और भारत जोड़ो 
कमलेश भारतीय।

-*कमलेश भारतीय
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से ज्यादा चर्चा उसकी टी शर्ट की हो रही है । शुरू से ही । जब सवाल उठाये गये कि इतनी महंगी टी शर्ट पहन कर यह नेता गरीबों के सामने भारत जोड़ने निकला है । इस टी शर्ट के रेट भी बताये गये । अब हरियाणा में आते आते हालत यह हो गयी कि कुछ युवाओं ने टी शर्ट भी उतार दी और एक बस पर खड़े होकर बिना कमीज के खड़े दिखे । यह तो हद है ! 
तब मौसम ठीकठाक था लेकिन अब सर्दियों में भी टी शर्ट तो इसमें भी कई सवाल उठ रहे हैं । जब कन्याकुमारी से यात्रा शुरू की थी तब क्लीन शेव थे लेकिन हरियाणा पहुंचते पहुंचते लम्बी दाढ़ी हो गयी ! वैसे बीच में यात्रा में ब्रेक भी लेते हैं राहुल तो दाढ़ी साफ करवा सकते हैं लेकिन इस दाढ़ी की आलोचना भी होने लगी है । हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का अनुमान है कि यह कांग्रेस ने नया मेकअप किया है राहुल का और इससे यह साबित करने की कोशिश की जा रही है कि राहुल अब मैच्योर हो गये हैं लेकिन मेकअप करके फिल्मों में किरदार बदल सकते हैं , असल ज़िंदगी में नहीं ! हर आदमी को अंदाज लगाने और अपनी बात कहने का हक है । अपने दाढ़ी वाले बाबा को भी हक है । वैसे तो इनसे पहले भी आईटी प्रकोष्ठ यह कहता आ रहा है कि नरेंद्र मोदी जैसी दाढ़ी रख लेने से कोई मोदी नहीं बन जाता । अब इसी बात को नये अंदाज में अपने दाढ़ी वाले बाबा ने कहा है । 
भारत जोड़ो यात्रा के साथ भाजपा आईटी प्रकोष्ठ ऐसी फोटोज खोजता है जिसमें राहुल की छवि धूमिल की जा सके । अभी एक फोटो वायरल की जा रही है जिसमें यात्रा के ब्रेक के दौरान किसी रेस्तरां में खाना खा रहे हैं और साथ में कोई महिला दिख रही है । हालांकि यह महिला या राहुल सिर्फ खाना खा रहे हैं लेकिन दिखाया ऐसे भाव से कि पता नहीं क्या कर रहे हैं ! बताइए खाना भी नहीं खा सकते किसी रेस्तरां में ? हद है आईटी प्रकोष्ठ की ! इसीलिए राहुल गांधी अब बार बार कह रहे हैं कि मेरी इमेज खराब करने में यानी मुझे पप्पू बनाने में करोड़ों रुपये लगा दिये लेकिन अब तीन हजार किलोमीटर की यात्रा में लोगों ने सच्चाई जान ली और इनके करोड़ों रुपये जल कर खाक हो गये । इस इमेज को जला कर राख कर दिया । इतने साल कुछ नहीं बोला मैं लेकिन अब यात्रा के दौरान लोगों को सच्चाई समझ आ गयी ! 
इस यात्रा में कमल हासन भी मिले तो फारूक अब्दुल्ला भी और मुक्केबाज बिजेंद्र भी । खिलाड़ी भी मिले , सैनिक भी मिले और महिलाओं का समूह भी मिला ! इस तरह यह यात्रा नये से नये आयाम स्थापित करती जा रही है । नयी समस्याओं से परिचित करवा रही है यात्रा -अग्निवीर , बेरोजगारी , जीएसटी , नोटबंदी ,जात पात , साम्प्रदायिकता और न जाने कितने पहलू सामने आ रहे हैं । एक बार तो देश की समस्याओं की जानकारी सामने आ रही है । कहा भी है राहुल ने कि हर नेता को महीने में कम से कम एक दिन पदयात्रा करनी चाहिए ताकि खस्ता हाल सड़कों और लोगों के दर्द की समझ आ सके ! 
वैसे जयराम रमेश कह रहे हैं कि यह यात्रा राहुल को प्रधानमंत्री पद के लिए पेश करने के लिए नहीं है । यह भी खूब रही और खूब कही ! ऐसे सुषमा स्वराज के शब्दों में राजनीति में कोई संन्यासी बनने थोड़े निकलता है ! कहीं गाइड फिल्म की तरह सचमुच संन्यासी बना कर छोड़ दो जयराम जी ! नहीं ! नहीं ! राहुल को अपनी मंजिल पता है और कांग्रेस को भी ! यात्रा के दौरान अनेक सुहाने दृश्यों के बीच किरण चौधरी के पांव में मोच आ गयी और उन्हें दिल्ली भेजना पड़ा  । पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो पहले ही कहते हैं कि हरियाणा में गड्ढों में सड़कें हैं ! 
इसी बीच काफी फजीहत के बाद संदीप सिह से खेल विभाग ले लिया गया और कपड़े फाड़ने की नयी धारा भी लगा दी गयी ! ये दिन भी देखने थे ! 
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।