अखिल भारतीय-अन्तर्विश्वविद्यालय-संस्कृत प्रतियोगिताओं का आयोजन 

पंजाब विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग द्वारा किया गया आयोजन 

अखिल भारतीय-अन्तर्विश्वविद्यालय-संस्कृत प्रतियोगिताओं का आयोजन 

चंडीगढ़: पंजाब विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग द्वारा चार मार्च  को अखिल भारतीय-अन्तर्विश्वविद्यालय-संस्कृत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान व उत्तराखण्ड की विभिन्न संस्थाओं से  50 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। 
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. जे. पी. सेमवाल, पूर्व-अध्यक्ष, साधु आश्रम होशियारपुर ने की। डॉ. शशिकांत राय (पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, चण्डीगढ-15),डॉ. चमन गुप्ता (जीसीजी चण्डीगढ-15) एवं डॉ. अनिल कुमार (दिल्ली) ने निर्णायक की विशेष भूमिका निभाई। कार्यक्रम में क्रमशः संस्कृत निबंधलेखन, संस्कृत भाषण व संस्कृत श्लोकोच्चारण की प्रतियोगिताएँ हुई। 
विभागाध्यक्ष प्रो. वी. के. अलंकार ने मुख्यातिथि, निर्णायकगण व उपस्थित छात्रों को साधुवाद देते हुए संस्कृत भाषा के उत्थान व सर्वविध संवर्धन के लिए संयुक्त प्रयास हेतु प्रेरित किया। 
विजेता विद्यार्थियों को स्मृतिचिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। 
कार्यक्रम के अंतर्गत अंत में विभागाध्यक्ष ने सभी आगन्तुकों का धन्यवाद दिया।निबंध लेखन में कुछ नागरिकता संशोधन अधिनियम, भारत में ट्रम्प के आगमन के निहीतार्थ जैसे ज्वलन्त मुददों पर प्रतिभागियों ने संस्कृत में निबंध लिखे। 
भाषण प्रतियोगिता में भी कुछ शाश्वत मूल्यों पर प्रतिभागियों ने अपने विचार रखे। इसी प्रकार श्लोकोच्चारण में छात्रों ने मालिनि, शिखरिणी, वसन्ततिलका, शार्दूलविक्रीदित जैसे अनेक छन्दों में कविताएं प्रस्तुत की। विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया गया।

संस्कृत भाषण प्रतियोगिता परिणाम 
प्रथम - विवेक (गुरुकुल प्रभात आश्रम, मेरठ)
द्वितीय - सचिन(गुरुकुल प्रभात आश्रम, मेरठ)
तृतीय - विनोद कुमार (नैना देवी)
चतुर्थ - बोधराज (नैना देवी)
सान्त्वना - हिमांशु (होश्यारपुर)

संस्कृत श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता परिणाम
प्रथम - हरिदेव (संस्कृत विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ)
द्वितीय - सुनीता (कैथल)
तृतीय - रिचा (संस्कृत विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ)
चतुर्थ –रघुनंदन (गुरुकुल करतारपुर)
सान्त्वना – दिनेश

निबंध लेखन 
प्रथम - अंशुल चौधरी (संस्कृत विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ)
द्वितीय - हरिदेव (संस्कृत विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ)
तृतीय - अंकित (गुरुकुल प्रभात आश्रम, मेरठ)
चतुर्थ – बोधराज(नैना देवी)
सान्त्वना – रजनी देवी (कैथल)
सान्त्वना –हिमांशु शर्मा (होश्यारपुर)