प्रिंट मीडिया खबरों से आगे बढक़र सोशल मीडिया की चुनौतियों से निपट सकता हैः परवीन के मोदी
पत्रकारिता विभाग में संवाद कार्यक्रम आयोजित।

रोहतक, गिरीश सैनी। मीडिया आज काफी दबाव का सामना कर रहा है, लेकिन यह प्रतिकूलता का दौर बीत जाएगा और बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। प्रिंट मीडिया खबरों से आगे बढक़र सोशल मीडिया की चुनौतियों से निपट सकता है। यह उद्गार प्रख्यात पत्रकार एवं इंडियन एक्सप्रेस के पूर्व स्थानीय संपादक परवीन कुमार मोदी ने एमडीयू के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम में व्यक्त किए।
परवीन कुमार मोदी ने पत्रकारिता के क्षेत्र में रामनाथ गोयनका की विरासत को याद करते हुए कहा कि सत्य और तथ्य आधारित पत्रकारिता उनके दो मूल सिद्धांत थे। उन्होंने समाचार को ध्यान से पढ़ने और गहराई से जानने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को समाचार पत्र की अवधारणा, कार्य और संरचना के बारे में बताया और एमडीयू मिरर समाचार पत्र की भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की।
सीडीएलयू, सिरसा के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रविंद्र ने कहा कि पत्रकारों की जिम्मेदारी है कि वे समाज के सामने सच्चाई लाएं। उन्होंने विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकी नवाचारों से अपडेट रहने और अपनी बेहतरी के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की सलाह दी। विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने विशेषज्ञों का स्वागत किया। उन्होंने विद्यार्थियों को टेलीप्रिंटर के दिनों से लेकर आज के इंटरनेट के समय तक प्रेस की यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने विद्यार्थियों से पत्रकारिता के इतिहास और बदलते स्वरूप के बारे में जानने के लिए मीडिया पर किताबें पढ़ने को कहा। इस दौरान सहायक प्रोफेसर सुनित मुखर्जी, शोधार्थी और विद्यार्थी मौजूद रहे।