समाधान शिविरों में प्राप्त 6503 शिकायतों में से 5672 का हुआ निपटारा
एडीसी नरेंद्र कुमार ने दिए लंबित शिकायतों का तुरंत निपटारा करने के निर्देश।

रोहतक, गिरीश सैनी। अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने कहा कि अधिकारी समाधान शिविरों की लंबित शिकायतों का यथाशीघ्र निपटारा सुनिश्चित करें।
एडीसी नरेंद्र कुमार ने रोहतक के उपमंडलाधीश आशीष कुमार, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त भूपेंद्र सिंह, नगराधीश अंकित कुमार तथा जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल के साथ समाधान शिविर में नागरिकों की शिकायतों की सुनवाई करते हुए कहा कि अब तक समाधान शिविरों में प्राप्त 6503 शिकायतों में से 5672 शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है तथा 120 शिकायतों के निपटारे की प्रक्रिया जारी है। अन्य शिकायतों में रद्द हुई शिकायतें व रि-ओपन हुई शिकायतें शामिल है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे रि-ओपन हुई शिकायतों के अलावा पुरानी लंबित शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निपटारा करवाएं।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशानुसार हर सप्ताह के सोमवार व वीरवार को सुबह 10 से 12 बजे तक जिला मुख्यालय एवं उपमंडल मुख्यालयों पर समाधान शिविर आयोजित किए जा रहे है। समाधान शिविरों की शिकायतों के निपटारे की सरकार द्वारा नियमित रूप से निगरानी की जा रही है तथा प्रत्येक शुक्रवार को शिकायतों के निपटारे की समीक्षा भी की जा रही है।
अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए कि वे डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करें। डेंगू व चिकनगुनिया फैलाने वाला मच्छर रुके हुए साफ पानी में ही पनपता है। वेक्टर-जनित बीमारियों से बचाव के लिए आसपास पानी न खड़ा होने दें। सप्ताह में एक दिन कार्यालयों व घरों में ड्राई डे मनाएं। अधिकारी जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सभी तालाबों में स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से गंबूजिया मछली छोड़े। उन्होंने कहा कि वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव के लिए नागरिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुझाए गए उपायों को अपनाये। शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहने, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, ठहरे पानी में मिट्टी का तेल या लार्वा नाशक दवाई डाले तथा बुखार होने की स्थिति में पेरासिटामोल की गोली लें व डॉक्टर से संपर्क करें।
उन्होंने कहा कि यदि हरियाणा प्रदेश के किसी व्यक्ति को डेंगू से पीड़ित होने पर प्लेट्स लेट चढ़ानी पड़ती है तो उसका खर्च स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया जाएगा। इस दौरान यूएचबीवीएन के कार्यकारी अभियंता गगन पांडे, जिला सैनिक व अर्द्ध सैनिक कल्याण अधिकारी विंग कमांडर गौरिका सुहाग, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. सतपाल, एलडीएम महाबीर प्रसाद, जिला बाल संरक्षण अधिकारी कुलदीप सिंह, लोक निर्माण विभाग के उपमंडल अभियंता मुनीश कुमार, जनस्वास्थ्य विभाग के उपमंडल अभियंता प्रदीप कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।