अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर बीएमयू के विद्यार्थियों ने बुजुर्गों की सेवा करने की शपथ ली

अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर बीएमयू के विद्यार्थियों ने बुजुर्गों की सेवा करने की शपथ ली

रोहतक, गिरीश सैनी। स्थानीय बाबा मस्तनाथ विवि के मानविकी संकाय में यूजीसी के निर्देशानुसार अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने बुजुर्गों का सम्मान, देखभाल व सेवा करने की शपथ ली।

 

मानविकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ. बी.एम. यादव ने कहा कि बुजुर्ग हमारे अनुभवों और संस्कारों की नींव हैं। उनका सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी ही नहीं, बल्कि संस्कृति का हिस्सा है। उन्होंने छात्रों से बुजुर्गों के प्रति संवेदनशील होने का आह्वान किया।

 

डॉ. ब्रह्म प्रकाश ने विद्यार्थियों को बुजुर्गों के प्रति आदर भाव रखने और उनके अनुभवों से प्रेरणा लेने की सीख दी। डॉ. सुमन राठी ने विद्यार्थियों को शपथ दिलाई कि हमेशा अपने बुजुर्गों से आदर एवं प्रेम से व्यवहार करेंगे औऱ उनके साथ समय बिताएंगे ताकि वे कभी अकेलापन महसूस न करें।

 

एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ. मंजीत कुमार ने कहा कि बुजुर्ग हमारे लिए जीवंत पुस्तकालय की तरह हैं, जिनके अनुभव और ज्ञान हमें समय-समय पर दिशा दिखाते हैं। विद्यार्थियों ने अपने दादा-दादी और नाना-नानी से जुड़े अनुभवों और संस्मरणों को साझा किया। शोधार्थी नीरज ने कविता के माध्यम से बुजुर्गों के महत्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. सुधीर मलिक, भाषा विभागाध्यक्ष डॉ. सोमवीर, डॉ. हरिओम, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. अतुल, डॉ. सोनिका, डॉ. बबीता, डॉ. प्रवेश कुमारी सहित अन्य शिक्षक मौजूद रहे।