'विकसित भारत@2047' विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि के अर्थशास्त्र विभाग के सौजन्य से 'विकसित भारत@2047: राज्य स्तरीय अर्थव्यवस्थाओं में रणनीतियां' विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन-सह-पैनल चर्चा का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में प्रतिष्ठित विद्वानों, नीति निमार्ताओं व उद्योग जगत के नेताओं को राज्य स्तरीय अर्थव्यवस्थाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रमुख रणनीतियों पर विचार-विमर्श के लिए एक साथ लाया गया।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. अरविंद विरमानी बतौर मुख्यातिथि तथा ई-ग्रो फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रो. चरण सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अध्यक्षता कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने की।
डॉ. अरविंद विरमानी ने कहा कि जनसंख्या दर से तेजी से बढ़ रही हैं और आकस्मिक श्रम वास्तविक मजदूरी के संदर्भ में सबसे तेजी से बढ़ते श्रम में से एक है। उन्होंने सुझाव दिया कि 'अवसर उपलब्ध हैं, हमें उन्हें पकड़ना होगा'। उन्होंने कहा कि चीन, जापान आदि जैसी अर्थव्यवस्थाएं जो लगातार ऊपर जा रही हैं, बाजार अर्थव्यवस्थाएं नहीं हैं, बल्कि समाजवादी बाजार अर्थव्यवस्थाएं हैं। उन्होंने कहा कि हर विद्यार्थी को किसी विशेष पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद उस पाठ्यक्रम के अनुसार कुशल व पुन: कुशल होने की आवश्यकता है।
प्रो. चरण सिंह ने कहा कि विकसित भारत के बिना विकसित राज्यों की कल्पना नहीं कर सकते। उन्होंने राज्य सरकारों को प्रधानमंत्री के विकसित भारत के दृष्टिकोण को अपनाने और उस दिशा में निरंतर प्रयास करने की सलाह दी। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि भारत 2047 तक विकसित भारत बनने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। भारत में विकसित राष्ट्र बनने की तमाम संभावनाएं व संसाधन उपलब्ध हैं।
कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने धन्यवाद व्यक्त दिया। प्रो. एन.के. बिश्नोई ने 2047 तक विकसित भारत के लिए हरियाणा के योगदान के बारे में बताया। विभागाध्यक्ष प्रो. अश्विनी ने स्वागत भाषण दिया।
Girish Saini 


