हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों ने बैठक कर बच्चों के अधिकारों तथा संबंधित शिकायतों के बारे किया जागरूक

हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों ने बैठक कर बच्चों के अधिकारों तथा संबंधित शिकायतों के बारे किया जागरूक

रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों अनिल कुमार एवं गणेश कुमार ने हितधारकों के साथ बाल संरक्षण से संबंधित अधिकारों तथा जिम्मेदारियों के बारे में विचार-विमर्श किया।

स्थानीय जिला विकास भवन के सभागार में हितधारकों के साथ विस्तृत बैठक में अनिल कुमार ने बाल मजदूरी के अलावा संबंधित विभागों में बच्चों से संबंधित शिकायतों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि अभिभावक बच्चों से रस्से पर चलने जैसे खतरनाक कार्य न करवाएं। ऐसे अभिभावकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहा कि वह यह सुनिश्चित करें कि कोई भी विद्यालय बच्चों को स्कूल छोड़ने के प्रमाण पत्र के एवज में नाजायज रूप से अतिरिक्त फीस न वसूले तथा किसी भी निजी विद्यालय में पुस्तकों की बिक्री न हो पाए। इस संदर्भ में प्राप्त शिकायत पर सख्त कार्रवाई की जाए।

उन्होंने कहा कि विद्यालयों के कक्षा कक्षों में संबंधित अध्यापकों तथा उनके विषयों को प्रदर्शित किया जाए। विद्यालयों में गठित पोक्सो कमेटियों की निरंतर निगरानी की जाए। उन्होंने बाल मजदूरी के बारे में स्पष्ट करते हुए कहा कि यदि 14 वर्ष से 17 वर्ष तक का कोई बच्चा अभिभावकों की सहमति से कार्य कर रहा है तथा उसे पूरा मानदेय दिया जा रहा है तो यह बाल मजदूरी नहीं होगी। यदि बच्चे को कार्य का पूरा भुगतान नहीं किया जा रहा है तो यह बाल मजदूरी होगी। संबंधित विभाग उद्योगों इत्यादि में कार्य करने वालों ऐसे बच्चों की जानकारी लें।

आयोग के सदस्य गणेश कुमार ने बच्चों के अधिकारों के संदर्भ में बताया कि बच्चों को शिक्षा का अधिकार, संरक्षण का अधिकार, विकास का अधिकार, प्रति भागीदारी का अधिकार इत्यादि अधिकार दिये गए है। आयोग द्वारा बच्चों के अधिकारों की निगरानी करना है तथा इन अधिकारों को लागू करवाना है। श्रम विभाग द्वारा जिला टास्क फोर्स की नियमित बैठक आयोजित करवाकर आयोग को रिपोर्ट भिजवाई जाए। जिला के उद्योगों व ढाबा मालिकों को भी बच्चों के अधिकारों के बारे में जागरूक किया जाए। जिला में मिशन मुस्कान भी चलाया जाए।

इस दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी कुलदीप सिंह ने आयोग के सदस्यों तथा अन्य हितधारकों का स्वागत किया। इस मौके पर किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य जय प्रकाश कौशिक, नीलम आहूजा, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष आशा आहूजा एवं सदस्य बीना कौशिक, रचना, अंजू व कोमल, जिला शिक्षा अधिकारी मंजीत मलिक, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी कुमारी दीपिका सैनी के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी व गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।