प्रशासन व जनता के बीच संवाद मजबूत करने का सशक्त माध्यम है हिंदीः डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान

रेलवे स्टेशन का दौरा कर हिंदी में हो रहे शासकीय कार्यों की समीक्षा की।

प्रशासन व जनता के बीच संवाद मजबूत करने का सशक्त माध्यम है हिंदीः डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान

करनाल, गिरीश सैनी। रेल मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य एवं हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने करनाल रेलवे स्टेशन का दौरा कर स्टेशन अधीक्षक एवं अन्य अधिकारियों से भेंट की। इस दौरान उन्होंने स्टेशन पर हिंदी में हो रहे शासकीय कार्यों, पत्राचार, सूचना पट्टों एवं अभिलेखों की समीक्षा की।

डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों से संवाद करते हुए कहा कि हिंदी हमारे लिए केवल राजभाषा नहीं बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान और प्रशासन की आत्मा है। राजभाषा हिंदी में कार्य करने से आम नागरिकों को सुविधा, समझने में सरलता होती है और प्रशासन व जनता के बीच संवाद मजबूत होता है। उन्होंने कहा कि रेल जैसे बड़े जनसेवा विभाग में हिंदी का प्रभावी प्रयोग राष्ट्रीय एकता को भी सुदृढ़ करता है।

डॉ. चौहान ने स्टेशन पर रखे गए विभिन्न कार्यालयीन रजिस्टरों का अवलोकन किया और पाया कि सभी प्रमुख रजिस्टर सुव्यवस्थित रूप से हिंदी में संधारित किए जा रहे हैं। इस पर उन्होंने स्टेशन प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि हिंदी में कार्य का ये स्तर अन्य स्टेशनों के लिए भी अनुकरणीय है और राजभाषा के प्रति कर्मचारियों की सजगता को दर्शाता है।

डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि हिंदी में कार्य करना किसी पर बोझ नहीं, बल्कि यह गर्व का विषय होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों का आह्वान किया कि राजभाषा अधिनियम के अनुरूप हिंदी के प्रयोग को और अधिक बढ़ाया जाए तथा दैनिक कार्यों में इसे प्राथमिकता दी जाए।

स्टेशन अधीक्षक संजय सक्सेना ने कहा कि करनाल रेलवे स्टेशन पर हिंदी में कार्य करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। बोर्ड, सूचनाएं एवं कार्यालयीन पत्राचार अधिकतम हिंदी में किया जा रहा है और कर्मचारियों को भी इसके लिए प्रेरित किया जाता है। स्टेशन मास्टर विकास मान ने डॉ. चौहान का स्वागत करते हुए उनके मार्गदर्शन को स्टेशन प्रशासन के लिए प्रेरणादायी बताया। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में करनाल रेलवे स्टेशन पर हिंदी के प्रयोग को और अधिक सशक्त और प्रभावी बनाया जाएगा।