हरियाणा का पूरा हक है रावी ब्यास के पानी परः भाजपा जिलाध्यक्ष कादियान

हरियाणा का पूरा हक है रावी ब्यास के पानी परः भाजपा जिलाध्यक्ष कादियान

झज्जर, गिरीश सैनी। रावी ब्यास का पानी एसवाईएल के जरिए हरियाणा में पहुंचेगा। एसवाईएल हरियाणा की जीवन रेखा है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने एसवाईएल निर्माण का फैसला देकर हरियाणा की प्यासी धरती व प्यासी जनता का कल्याण किया है। यह बात भाजपा जिलाध्यक्ष विक्रम कादियान ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस बेरी में लोगों की समस्याएं सुनने के बाद कही।

उन्होंने कहा कि सर छोटूराम ने 6 जनवरी 1945 को भाखड़ा प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर किए थे ताकि रावी ब्यास और सतलुज का पानी पाकिस्तान न जाकर दक्षिणी हरियाणा के झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, भिवानी की धरती को सिंचित करें। सन 1960 की सिंधु जल संधि में 110 करोड़ रुपये में यह पानी हरियाणा व राजस्थान के रेतीले इलाकों को सिंचित करने के लिए विश्व बैंक के मार्फत खरीदा गया था। पंजाब समझौते की धारा 7 व 9 मे हिंदी भाषी इलाकों में रावी ब्यास के पानी को हरियाणा को देने का प्रावधान किया गया था।

कादियान ने कहा कि बाढ़ व जलभराव के समय पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा को पानी देने के लिए व्यंग्य किया था। अब मान को सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हुए एसवाईएल निर्माण को हरी झंडी दिखानी चाहिए जिससे पंजाब को बाढ़ व जल भराव से मुक्ति मिल सके। पंजाब के पास जल विवाद मिटाने का सुनहरा मौका है। हरियाणा ने एसवाईएल निर्माण की राशि भी पंजाब के खजाने में जमा कर रखी है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नदी जोड़ो अभियान की शुरूआत की थी, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धरातल पर साकार कर रहे हैं।

इस मौके पर ब्लॉक समिति चेयरमैन प्रशांत, मांगावास सरपंच नरेंद्र, लकड़िया सरपंच आनंद, ढराणा सरपंच सुरेंद्र, बाघपुर सरपंच राकेश, जिला उपाध्यक्ष संजीव, पूर्व सरपंच राजेश, नगर पार्षद प्रवीण सलूजा, नगर पार्षद जितेन्द्र, अनिल कुमार आदि मौजूद रहे।