टर्निंग 18 और यू आर द वन स्लोगन से युवाओं को वोटिंग की प्रेरणा दे रहा है भारत निर्वाचन आयोग: उपायुक्त अजय कुमार

टर्निंग 18 और यू आर द वन स्लोगन से युवाओं को वोटिंग की प्रेरणा दे रहा है भारत निर्वाचन आयोग: उपायुक्त अजय कुमार

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार ने कहा है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने युवाओं को मतदान के लिए प्रेरित करने और अपना वोट बनवाने के लिए टर्निंग 18 और यू आर द वन जैसे स्लोगन देकर सोशल मीडिया के जरिए एक अनूठी पहल की है। मतदाताओं की जागरूकता के लिए निर्वाचन आयोग इस बार फील्ड में ही नहीं, सोशल मीडिया पर भी पूर्णत: सक्रिय है।

जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार ने कहा है कि निर्वाचन आयोग का इस बार मतदान के लिए नए मतदाताओं को आकर्षित करने पर पूरा जोर है। आयोग ने 18 से 30 वर्ष की आयु के मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए यू आर द वन के नाम से नया स्लोगन दिया है। यह युवा अपने मत का प्रयोग कर उंगली पर लगे स्याही के निशान सहित यू आर द वन लिखकर सोशल मीडिया में फोटो अपलोड कर सकते हैं। जिला प्रशासन की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं कि पहली बार मतदाता सूची में शामिल हुए युवा बूथ पर जाकर अपना वोट डालकर आए और लोकतंत्र के पावन यज्ञ में अपनी आहुति अर्पित करें। टर्निंग 18 का अर्थ है कि युवा अब अपनी नई भूमिका निभाते हुए जिम्मेदारी के साथ वोट करें और अपने मनपसंद जनप्रतिनिधि को चुनें।

उपायुक्त अजय कुमार ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए बड़ी संख्या में जिला के युवाओं ने अपने वोटर आईडी कार्ड बनवा कर मतदाता सूची में नाम लिखवाया है। मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने से वंचित रहे 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके युवाओं के लिए 26 अप्रैल तक अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवाने का अवसर है। ऐसे युवा निर्धारित 4 दस्तावेज पासपोर्ट आकार का फोटो, जन्मतिथि प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र तथा परिवार के किसी सदस्य का मतदाता पहचान पत्र की प्रति संलग्न करके 26 अप्रैल 2024 तक नई वोट के लिए आवेदन कर सकते है।

उपायुक्त अजय कुमार ने जिला में नए बने मतदाताओं का आह्वान किया है कि वे 25 मई को अपने मतदान केंद्र पर जाकर मतदान में अवश्य भाग लें तथा अपनी नई जिम्मेदारी को निभाए। पहली बार वोट देना हर एक नौजवान के लिए एक नया अनुभव है और इसे अवश्य हासिल करना चाहिए। चुनाव का पर्व-देश का गर्व की थीम पर निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम तैयार किया है। निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को भ्रामक समाचारों के प्रति सचेत रहने के लिए सोशल मीडिया में नई शुरुआत की है, जिसमें बताया जाता है कि फर्जी समाचार कौन से हैं और इनसे मतदाताओं को सावधान रहना चाहिए।