साइबर राहगिरी के दौरान पुलिस ने किया छात्रों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक

साइबर राहगिरी के दौरान पुलिस ने किया छात्रों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक

रोहतक, गिरीश सैनी। सहायक पुलिस अधीक्षक वाई.वी.आर. शशि शेखर के नेतृत्व में रोहतक पुलिस द्वारा बुधवार को साइबर राहगिरी के तहत छात्रों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक किया गया। सभी थानों की साइबर हेल्प डेस्क टीम ने विभिन्न स्थानों  छात्रों को साइबर अपराध के तरीकों व इससे बचाव के उपायों से अवगत कराया।

 

प्रभारी थाना साइबर निरीक्षक कुलदीप ने पीजीआईएमएस की नर्सिंग छात्रों को साइबर अपराध से बचाव बारे जागरूक करते हुए कहा कि बदलती टेक्नोलॉजी के साथ-साथ साइबर अपराध की वारदातों में भी लगातार वृद्धि होती जा रही है। आमजन को अपने चंगुल में फंसाने के लिए अपराधी तरह-तरह के लालच देते हैं और जब व्यक्ति लालच में आ जाता है तो वह साइबर अपराध के चंगुल में फंसने के लिए अपना पहला कदम बढ़ा देता है। इसके पश्चात साइबर ठग उसे झांसा देकर उसके बैंक अकाउंट की डिटेल तथा ओटीपी प्राप्त कर लेते हैं और उसके खाते से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं।

 

उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी व्हाट्सएप, टेलीग्राम, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से विभिन्न प्रकार के लॉटरी और गिफ्ट आइटम का लालच देते हैं, जिसमें फंसकर आमजन उनके द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक कर देते हैं और अपराधी उनकी मेहनत की सारी कमाई चुटकियों में साफ कर जाते हैं। उन्होंने किसी भी प्रकार की लॉटरी या फ्री गिफ्ट आइटम के लालच में न आने की बात करते हुए बताया कि अपने अकाउंट, एटीएम कार्ड, पिन नंबर, ओटीपी व अपनी निजी जानकारी किसी के साथ साझा न करे।

 

उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की साइबर ठगी की घटना होने पर इसकी सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल कर अथवा www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाएं। इसके अलावा डायल 112 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। साथ ही, साइबर अपराध थाना रोहतक या नजदीक पुलिस स्टेशन में स्थापित साइबर हेल्प डेस्क पर भी अपनी शिकायत दर्ज की जा सकती है।