नाटक सामाजिक संदेश देने का एक प्रभावी संचार माध्यम हैः कुलपति प्रो राजबीर सिंह

नाटक सामाजिक संदेश देने का एक प्रभावी संचार माध्यम हैः कुलपति प्रो राजबीर सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी । पारिवारिक जीवन की विसंगतियों पर व्यंग्यात्मक प्रहार करते हुए, दांपत्य जीवन की चुनौतियों के सच को उजागर करते हुए, चाहतों की नैतिकता-अनैतिकता को इंगित करते हुए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में रंग महोत्सव के तहत रंग रास थिएटर इवेंट में आंख मिचौली नाटक का मंचन हुआ। इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो. राजबीर सिंह बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे।

प्रतिष्ठित लेखक सीपी देशपांडे द्वारा लिखित नाटक आंख मिचौली का निर्देशन प्रतिष्ठित नाट्यकर्मी सोनू रोंझिंया ने किया। रंग शिल्प थिएटर ग्रुप, रोहतक की इस हास्य-व्यंगात्मक नाट्य प्रस्तुति में अरूण शर्मा, सिमरन, सुजाता रोहिल्ला तथा अरूण नारा ने प्रभावी भूमिका निभाई। दो युवा युगलों की कहानी आंख-मिचौली ने दांपत्य जीवन में नैतिक जीवन शैली तथा आपसी विश्वास के सार्थक संदेश को मुखरित किया। चुटीले संवाद, जीवंत अभिनय, ध्वनि-प्रकाश के खूबसूरत इस्तेमाल ने नाटक को यादगार बना दिया।
रंग रास के संयोजक प्रो. हरीश कुमार ने नाटक की पृष्ठभूमि तथा नाट्य ग्रुप की जानकारी दी। उन्होंने स्वागत भाषण दिया। रोहतक में थिएटर परंपरा को सुदृढ़ करने में रंग-रास को महत्वपूर्ण पहल बताया।  
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि परफार्मिंग आर्ट्स में नाटक एक प्रभावी संचार माध्यम है, जिसके जरिए प्रभावी सामाजिक संदेश दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नाट्य परंपरा भारत में प्राचीन काल से है। प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि रंग रास थिएटर उत्सव आयोजन का उद्देश्य विश्वविद्यालय समुदाय में परफार्मिंग आर्ट्स को लोकप्रिय बनाना तथा विद्यार्थियों को अपने थिएटर तथा अभिनय कला के प्रदर्शन के लिए मंच प्रदान करना है।
कार्यक्रम में बतौर विशेष अतिथि उपस्थित लेखक, नाट्यकर्मी, एमडीयू एलुमनाई कुलदीप कुनाल ने कहा कि उनकी इस रंग मंचीय जगत की यात्रा एमडीयू से प्रारंभ हुई। कुलदीप कुनाल ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने सृजनशीलता को उड़ान देने के लिए इन एक्स्ट्रा- करिकुलर एक्टिविटीज में भाग लेना चाहिए।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत्त प्रोफेसर तथा पूर्व डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. सुरेन्द्र कुमार, नाटक निर्देशक सोनू रोंझिया, विशेष अतिथि कुलदीप कुनाल तथा नाटक के अभिनेताओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में मंच संचालन निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने किया। सुनित मुखर्जी ने थिएटर के महत्व को अपनी सारगर्भित टिप्पणी से वर्णित किया। रंग महोत्सव के संयोजक डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा ने बताया कि रंग महोत्सव के तहत आयोजित किए जा रहे रंग रास थिएटर उत्सव विश्वविद्यालय समुदाय में नाट्य चेतना जागृत करना है। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की प्रेरणा से इस थिएटर इवेंट का आयोजन किया जा रहा है। सहायक निदेशक युवा कल्याण डा. प्रताप राठी ने आयोजन सहयोग दिया।
इस दौरान प्रो. सुरेन्द्र कुमार, प्रो. बलवीर आचार्य, रंग बहार संयोजिका प्रो. विनीता हुड्डा, रंग कलम संयोजिका डा. सुनीता सैनी, रंग व्यंजन संयोजक प्रो. आशीष दहिया समेत रोहतक के नाटक प्रेमी नागरिक, विश्वविद्यालय समुदाय सदस्य मौजूद रहे।