डीएलसी सुपवा के छात्र की शॉर्ट फिल्म को मोरक्को के शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान

कुलपति डॉ. अमित आर्य ने कलात्मक प्रतिभाओं को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण और मंच प्रदान करने का संकल्प दोहराया।

डीएलसी सुपवा के छात्र की शॉर्ट फिल्म को मोरक्को के शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान

रोहतक, गिरीश सैनी। दादा लख्मीचंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला विवि (डीएलसी सुपवा) के छात्र चमन रमेश किशन द्वारा निर्देशित शॉर्ट फिल्म ‘द ज़ीरो लाइन’ को मोरक्को के प्रतिष्ठित माराकेच शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में बालाजी पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है।

अभिनय विभाग के एकेडमिक प्रोग्राम के अंतर्गत निर्मित की गई इस फिल्म को फेस्टिवल की जूरी द्वारा “महत्वपूर्ण और प्रभावशाली” करार दिया गया। इस शॉर्ट फिल्म में अभिनय विभाग के छात्रों -सुधांशु, दिव्यांशु, गौरव, भारत, सिकंदर, रितेश, विशाल, प्रिंस, चेतना, हंसा और मिताली ने प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म की तकनीकी टीम में आयुष शर्मा व जीवन (सिनेमैटोग्राफी), मोहित वत्स (साउंड), कनिष्क भारद्वाज (एडिटिंग), विपिन रोहिल्ला व सुखमनजीत (आर्ट डायरेक्शन), अंचित व केतन (कॉस्ट्यूम डिज़ाइन) शामिल हैं। इस परियोजना का निर्देशन फैकल्टी कोऑर्डिनेटर महेश टीपी, अभिनय विभागाध्यक्ष दुष्यंत सहित अन्य संकाय सदस्यों के मार्गदर्शन में किया गया।

कुलपति डॉ. अमित आर्य और कुलसचिव डॉ. गुंजन मलिक मनोचा ने फिल्म की पूरी टीम से भेंट कर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कुलपति डॉ. अमित आर्य ने कहा कि यह उपलब्धि सिर्फ एक उपलब्धि ही नहीं है, बल्कि अभ्यास-आधारित शिक्षण की शक्ति का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि डीएलसी सुपवा में हमारा संकल्प है कि हम कलात्मक प्रतिभाओं को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण और मंच प्रदान करें।

कुलसचिव डॉ. गुंजन मलिक ने भी टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की उपलब्धियां हमारे उस मिशन को मजबूत करती हैं जिसमें हम छात्रों को ऐसे कौशल से सशक्त बनाना चाहते हैं जो न केवल प्रासंगिक और व्यावसायिक हों, बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी भी हों। फैकल्टी कोऑर्डिनेटर महेश टीपी ने कहा कि ‘द ज़ीरो लाइन’ से जुड़े प्रत्येक छात्र ने कक्षा में अर्जित ज्ञान को व्यावहारिक सेटअप में बखूबी लागू किया है।