उपायुक्त ने किया विभिन्न ड्रेनों व डिस्पोजलों का निरीक्षण
ड्रेनों का शेष बचा कार्य 15 जून तक पूरा करने के दिए निर्देश।

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने जिला की सभी ड्रेनों के शेष बचे सफाई के कार्य को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त ने बाढ़ बचाव कार्यों को लेकर जिला की विभिन्न ड्रेनों और डिस्पोजलों का निरीक्षण करते हुए कहा कि ड्रेनों की सफाई का कार्य हर हाल में 15 जून तक पूरा होना चाहिए।
उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने सिंचाई विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग व नगर निगम के अधिकारियों के साथ जसिया लिंक ड्रेन, मकड़ौली लिंक ड्रेन, कन्हेली लिंक ड्रेन व रोहतक लिंक ड्रेन का निरीक्षण किया और मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
उपायुक्त ने पीर बोहदी डिस्पोजल का भी निरीक्षण किया। इस डिस्पोजल के माध्यम से बरसात व सीवर दोनों के पानी की निकासी की जाती है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि डिस्पोजल पूरी तरह से पानी निकासी के लिए सक्षम है। इस डिस्पोजल के माध्यम से सुखपुरा व नया बस स्टैंड आदि क्षेत्र के बरसात के पानी की निकासी की जाती है। उन्होंने अप्पू घर स्थित डिस्पोजल का भी निरीक्षण किया। यहां नगर निगम द्वारा बनाए गए तालाब में छोटू राम पार्क व आसपास के क्षेत्र का पानी इकट्ठा होगा और उसके उपरांत पंपिंग करके डिस्पोजल में डाला जाएगा।
उपायुक्त ने गुरु नानकपुरा स्थित डिस्पोजल केंद्र का भी निरीक्षण किया। 25 करोड़ रुपए की लागत से बने इस डिस्पोजल के माध्यम से महावीर कॉलोनी, कृष्णा कॉलोनी, अशोक नगर, कृपाल नगर, सैनीपुरा, चुन्नीपुरा, गोहाना अड्डा, गुरु नानकपुरा व टीबी अस्पताल आदि क्षेत्र से बरसाती पानी की निकासी की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी डिस्पोजल बिजली के स्वतंत्र फीडर पर रहने चाहिए ताकि बरसात की पानी की निकासी निर्बाध गति से होती रहे। इसके साथ ही उन्होंने डिस्पोजल केन्द्रों पर जनरेटर की वैकल्पिक व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी ली।
इस दौरान सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अरूण मुंजाल, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता संजीव कुमार, नगर निगम के एसडीओ तरूण कथूरिया, यमुना जल सेवाएं मैकेनिकल के कार्यकारी अभियंता राजेश भारद्वाज, सिंचाई विभाग के एसडीओ मुकेश, प्रदीप व विनीत रोहिल्ला अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।