उपायुक्त ने लिंगानुपात में सुधार के लिए दिए अधिक रेड करने के निर्देश

प्रतिबंधित दवाएं बेचने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई।

उपायुक्त ने लिंगानुपात में सुधार के लिए दिए अधिक रेड करने के निर्देश

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सहेली के माध्यम से गर्भवती महिलाओं की निरंतर निगरानी करें ताकि लिंगानुपात में सुधार किया जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रसव पूर्व लिंग जांच, कन्या भ्रूण हत्या व प्रतिबंधित दवाएं बेचने वालों पर रेड करने के निर्देश दिए। उन्होंने ड्रग्स नियंत्रक को निर्देश दिए कि वे दिल्ली से प्रतिबंधित दवा सप्लाई करने वालों पर निगरानी बढ़ाएं।


जिला स्थायी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कम लिंगानुपात वाले गांवों पर ध्यान केंद्रित किया जाए। एक या दो लड़कियों की माताओं की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त की गई सहेलियों को गर्भवती महिलाओं की निरंतर निगरानी के निर्देश दिए जाए।


उपायुक्त ने कहा कि प्रसव पूर्व लिंग जांच व कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त संदिग्ध व्यक्तियों पर रेड की जाए। उन्होंने जिला न्यायवादी से कहा कि वे न्यायालय में पीएनडीटी से संबंधित मामलों की उचित तरीके से पैरवी करें तथा दोषी व्यक्तियों को सजा दिलवाए। उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन कन्या भ्रूण हत्या में प्रयुक्त होने वाली आयुर्वेदिक दवाइयों की उपलब्धता पर भी प्रतिबंध लगाए।


उपायुक्त ने कहा कि बिना डिग्री प्रैक्टिस करने वालों पर कार्रवाई की जाए तथा ऐसे हकीमों से लिंग निर्धारण से संबंधित दवा देने वालों की जानकारी हासिल कर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बेटी बचाव-बेटी पढाओ अभियान के तहत व्यापक स्तर पर बेटा-बेटी में भेदभाव न करने की जागरूकता फैलाई जा रही है।

 

सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र आर्य ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या में प्रयुक्त होने वाली दवा जिला से बाहर से सप्लाई करने का संदेह है और विभाग द्वारा इस बारे में विशेष निगरानी रखी जा रही है। इस दौरान पुलिस उप अधीक्षक रवि खुंडिया, जिला न्यायवादी राजेश कुमार, उप सिविल सर्जन डॉ. सुनीता,  जिला कार्यक्रम अधिकारी दीपिका सैनी, ड्रग नियंत्रक विनय, पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. विश्वजीत सहित अन्य मौजूद रहे।