बंगाली समुदाय ने श्रद्धापूर्वक की महाअष्टमी पूजा

रोहतक, गिरीश सैनी। शक्ति की प्रतीक मां दुर्गा की पूजा-अर्चना का पर्व दुर्गा पूजा में मंगलवार को महाअष्टमी की पूजा की गई। इस दौरान विशेष रूप से संधि पूजा की गई। स्थानीय जाट भवन में बंगाली समुदाय द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा उत्सव में मां गौरी रूपा मां दुर्गा की आराधना कुमारी पूजा तथा 108 दीपक प्रज्ज्वलन से की गई। उपस्थित भक्तों ने पुष्पांजलि अर्पित की।
संधि पूजा के तहत मां दुर्गा के स्वरूप मां चामुण्डा की पूजा मंत्रोच्चारण के साथ की गई और फल-फूल-मिष्टान्न भोग लगाया गया। प. बंगाल से आए पुरोहित ने दुर्गा स्तुति तथा सस्वर मंत्रोच्चारण किया। भक्तजनों ने इस अवसर पर लंगर छका।
इससे पहले महासप्तमी के अवसर पर सोमवार को नवपत्रिका पूजा विशेष रूप से आयोजित की गई, जिसके तहत मां दुर्गा की प्रतिमा को मंत्रोच्चारण द्वारा प्राण-प्रतिष्ठित किया गया। तदुपरांत, नौ अलग-अलग पेड़ों के पत्तों के साथ मां दुर्गा के नौ रूपों - देवी कलिका, देवी दुर्गा, देवी ब्रह्मणी, देवी कार्तिकी, देवी शिवा, देवी लक्ष्मी, देवी शक्रोहिता, देवी रोक्तोदोन्तिका तथा देवी चामुण्डा की पूजा की गई। सांध्यकालीन आरती तथा धुनुची नाच में भक्तों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।