रिश्तेदार बनकर करीब 8 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में शामिल आरोपी गिरफ्तार

रिश्तेदार बनकर करीब 8 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में शामिल आरोपी गिरफ्तार

रोहतक, गिरीश सैनी। रोहतक पुलिस की साइबर थाना टीम ने रिश्तेदार बनकर करीब 8 लाख रुपये की ठगी की वारदात में शामिल आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी को स्थानीय अदालत में पेश कर राहदारी रिमांड पर हासिल किया गया। आरोपी को जिला रोहतक अदालत में पेश कर अदालत के आदेश पर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।

प्रभारी साईबर थाना निरीक्षक कुलदीप सिंह ने बताया कि गोपाल कॉलोनी रोहतक निवासी मोहन लाल द्वारा साइबर थाना में दर्ज शिकायत के आधार पर जांच में सामने आया कि 13.07.2023 को मोहनलाल के मोबाइल पर अज्ञात नम्बर से व्हाट्सअप कॉल आयी। कॉल करने वाले युवक ने मोहनलाल को बोला कि पहचाना कौन बोल रहा हूं। मोहनलाल को उस युवक की आवाज अपने साले के दामाद रमन जैसी लगी जो कनाडा में रहता है। मोहनलाल ने कहा कि रमन तो युवक ने अपने आप को रमन बताते हुए उसे एक विदेश भेजने वाले एजेंट को 3,40,000/- रुपये देने की बात कही। युवक ने कहा कि वह अपने खाते से ट्रांसफर करेगा तो एजेंट 5 लाख रुपये से कम नहीं मानेगा। युवक ने मोहनलाल को कहा कि वो उसके खाते में 8 लाख रुपये ट्रांसफर कर देता है और वो उस एजेंट के खाते में अपने खाते से 3,40,000 रुपये ट्रांसफर कर दे। बाकी पैसे वह इंडिया आने पर मोहनलाल से ले लेगा।

मोहनलाल के बेटे प्रिंस ने उस युवक को अपने खाते की डिटेल भेज दी। युवक ने मोहनलाल को 8 लाख जमा कराने की रसीद उनके पास व्हाट्सएप की। मोहनलाल ने अपने बेटे को कहकर उनके द्वारा दिए गए खाते में 3 लाख 40 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। जिसके बाद मोहनलाल के पास अन्य नम्बर से व्हाटसअप कॉल आई जिसने कहा कि एजेंट की मां बीमार है। अस्पताल में भर्ती होने का बहाना कर मोहनलाल से अलग-अलग 4,50,000/- रुपये ट्रांसफर करवा लिए। शक होने पर मोहनलाल ने अपनी रिश्तेदारी में रमन से बात की। बात करने पर सामने आया कि उनके साथ रमन बनकर किसी ने धोखाधड़ी कर कुल 7,90,000/- रुपये की राशि हड़प ली।

जांच के दौरान साइबर थाना टीम ने 10.10.2023 को आरोपी धनंजय निवासी कुकुरजरी जिला पूर्वी चम्पारण बिहार को गिरफ्तार किया । आरोपी को स्थानीय अदालत में पेश कर 72 घंटे के राहदारी रिमांड पर हासिल किया गया। आरोपी को 12.10.2023 को रोहतक अदालत में पेश किया गया है। आरोपी ने अपने खाता की किट/एटीएम कार्ड गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों को दी जिसके बदले आरोपी को कमीशन दिया गया।