कला और संस्कृति के प्रचार और हरियाणवी बोली सम्मान के लिए रोहतक के साहित्यकारों का दल रवाना

रोहतक, गिरीश सैनी। जिला उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह के मार्गदर्शन मे स्थानीय रेडक्रॉस भवन से कला और संस्कृति के प्रचार प्रसार और हरियाणवी बोली सम्मान के लिए रोहतक के साहित्यकारों का एक दल, सूर पुरस्कार से सम्मानित डॉ अनूप बंसल 'मधुकांत' की अगुवाई में सिरसा के लिए रवाना हुआ। इस दल में आशा लता खत्री, डॉ अर्चना गर्ग, अर्चना कोचर, डॉ चंद्र दत्त 'चंद्र' व यात्रा की संयोजिका डॉ रमा कांता शामिल हैं।
डॉ रमा कांता ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य हरियाणा की आम जनता में हरियाणा की संस्कृति, कला, साहित्य के प्रति चेतना जागृति और हरियाणवी बोली को सम्मान के बारे जागरूक करना है। यह यात्रा हांसी, हिसार, फतेहाबाद में आम जनता से बातचीत करते हुए सिरसा पहुंचेगी। सिरसा में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में यात्रा के उद्देश्य पर मंथन किया जाएगा।
डॉ मधुकांत ने बताया कि इस तरह की साहित्यिक चेतना यात्राएं कुरुक्षेत्र सहित हरियाणा के दूसरे शहरों में भी आयोजित की जा रही हैं। इस यात्रा को हरियाणवी रंगकर्मी जनार्दन शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव श्याम सुंदर, साहित्यकार प्रो श्याम लाल कौशल, जगबीर कौशिक, कृष्ण लाल, रमेश, संदीप सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।