कृषि से जुड़े विभाग जिला में एक गांव को मॉडल गांव के रूप में करें विकसितः डीसी सचिन गुप्ता

कृषि से जुड़े विभाग जिला में एक गांव को मॉडल गांव के रूप में करें विकसितः डीसी सचिन गुप्ता

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कृषि, उद्यान, पशुपालन तथा मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जिला के एक गांव को मॉडल गांव के रूप में विकसित करें। अधिकारी इस गांव में किसानों द्वारा अपनाए गए व्यवसाय का अध्ययन कर अन्य सहायक व्यवसाय अपनाने के लिए कार्य योजना तैयार करें ताकि किसानों की आमदनी को दोगुना किया जा सके।


उपायुक्त सचिन गुप्ता ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिए कि जिला में इस वर्ष 9 हजार मीट्रिक टन मछली उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त किया जाए तथा आगामी वर्ष इसे बढ़ाकर 15 हजार मीट्रिक टन किया जाए। सांपला स्थित हैचरी में एक करोड़ 19 लाख बीज संचय किया गया है तथा फरवरी-मार्च के दौरान 35 लाख बीज और संचय किया जाएगा।

 

बैठक में निर्णय लिया गया कि जिला प्रशासन द्वारा जिला के गांव माडौदी रांगडान व माडोदी जाटान को चारों विभागों के माध्यम से मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा गांव में किसानों द्वारा अपनाए गए मुख्य व्यवसाय के आंकड़े एकत्रित किए जाए तथा कृषि, उद्यान, पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभाग के अन्य सहायक धंधे अपनाने की संभावनाएं तलाशी जाएं।

 

उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि किसानों की आमदनी को दोगुना किया जाए तथा किसानों को फसल विविधीकरण एवं अन्य सहायक धंधा शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने मत्स्य विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए कहा कि जिला में मछली उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाए तथा किसानों को मछली उत्पादन अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएं। जिला में जलभराव/खारे पानी के क्षेत्र में भी मत्स्य पालन के लिए विकसित किया जाएगा।

 

उपायुक्त ने कहा कि मछली उत्पादन को बढ़ाने के लिए तालाब विकसित करने की विशेष योजना बनाई जाए। जिला में वर्तमान में 22 पंचायती तालाबों को ठेके पर मत्स्य पालन के लिए प्रस्ताव तैयार किए जा चुके हैं तथा 22 अन्य तालाबों की प्रक्रिया जारी है। जिला के गांव आसन में 3, मायना में 5, बालंद में 5 तालाबों के प्रस्ताव किए गए हैं तथा बहु अकबरपुर में 2, कान्ही साढ़े 12 में 2, कारौर में 2 तथा खेरड़ी में 2 पंचायती तालाबों का आकलन भी किया जा चुका है।

 

समीक्षा बैठक में पशुपालन उप निदेशक डॉ.सूर्य खटकड़, कृषि उप निदेशक डॉ. सुरेंद्र मलिक, जिला मत्स्य अधिकारी आशा हुड्डा, जिला उद्यान अधिकारी डॉ. मदनलाल, जिला मृदा संरक्षण अधिकारी डॉ.नीना सहवाग, एसडीओ डॉ. नरेंद्र दहिया, एसडीएओ संदीप सिंह के अलावा एपीओ मेघना, ज्वाला सिंह, नीतेश, अमित, दीपक सिंह व सोमबीर सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।