टीचर ट्रेनिंग में शामिल होंगे फाइनेंशियल लिटरेसी, सोशल कनेक्ट, एआई, साइबर सिक्योरिटी
यूजीसी-एमएमटीटीसी की एकेडमिक एडवाइजरी समिति की बैठक।

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के यूजीसी-मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर (एमएमटीटीसी) की एकेडमिक एडवाइजरी समिति की बैठक कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
कुलपति ने शिक्षकों की क्षमता-विकास को नए आयाम देने और ट्रेनिंग प्रोग्राम को अधिक वाइब्रेंट और रिलेवेंट बनाने पर जोर दिया। बैठक में कुलसचिव डा. कृष्णकांत सहित अन्य समिति सदस्य मौजूद रहे।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि एमएमटीटीसी आने वाले समय में देश में शिक्षक प्रशिक्षण का एक सशक्त केंद्र बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बदलते स्वरूप में अब सिर्फ परंपरागत विषयों से आगे बढ़ना होगा। इसी दृष्टि से फाइनेंशियल लिटरेसी, सोशल कनेक्ट, एआई, साइबर सिक्युरिटी जैसे नए विषय टीचर ट्रेनिंग में शामिल किए जाएंगे।
कुलपति ने कहा कि एमडीयू का यूजीसी-एमएमटीटीसी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए शिक्षकों को तैयार करेगा। बैठक में यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार कई महत्वपूर्ण एडिशनल डोमेन्स पर ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करने को मंजूरी दी गई, जिनमें एकेडमिक लीडरशिप, रिसर्च मेथोडोलॉजी, क्लाइमेट चेंज, सस्टेनेबल डेवलपमेंट, नेट जीरो, एंटरप्रेन्योरशिप, डिज़ाइन थिंकिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी और स्टेम जैसे विषय शामिल होंगे।
बैठक में यह भी तय किया गया कि ट्रेनिंग कार्यक्रमों में सोशियो-इकोनॉमिकली डिसएडवांटेज ग्रुप्स (पीडब्ल्यूडीज/दिव्यांग) की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। अब तक प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्यत: शिक्षकों तक सीमित रहते थे, लेकिन बैठक में यह निर्णय लिया गया कि विवि के नॉन-टीचिंग स्टाफ को भी इनसे जोड़ा जाएगा। इससे न केवल प्रशासनिक कार्यकुशलता बढ़ेगी, बल्कि संस्थागत माहौल भी अधिक प्रोफेशनल और आधुनिक होगा।
प्रारंभ में यूजीसी-एमएमटीटीसी के निदेशक प्रो. मुनीष गर्ग ने एजेंडा प्रस्तुत किया। उप निदेशका डा. माधुरी हुड्डा ने बैठक का समन्वयन किया। इस बैठक में डा. बीआर आंबेडकर विवि, दिल्ली की कुलपति प्रो. अनु लाठर, कुलसचिव डा. कृष्णकांत, यूजीसी नॉमिनी डा. शिव सिंह राठौर, कुरुक्षेत्र विवि के प्रो. भगवान सिंह, एमएमटीटीसी-जीजेयू, हिसार की निदेशिका प्रो. सुनीता रानी, डीन, आर एंड डी प्रो. हरीश दूरेजा, पं एनआरएस राजकीय महाविद्यालय, रोहतक के प्राचार्य डा. लोकेश बल्हारा, वित्त अधिकारी मुकेश भट्ट ने भी अपने महत्वपूर्ण इनपुट्स साझा किए।