सफलता हमेशा कड़ी मेहनत से मिलती हैः डॉ रेणुका
दो दिवसीय सप्त शक्ति संगम कार्यक्रम संपन्न।
रोहतक, गिरीश सैनी। स्थानीय रामनगर स्थित शिक्षा भारती विद्यालय में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान व हिन्दू शिक्षा समिति हरियाणा के तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय सप्त शक्ति महासंगम कार्यक्रम शनिवार को संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में नारी शक्ति के महत्व को पहचानना तथा महिलाओं को आत्मनिर्भर, शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए प्रेरित करना रहा।
समापन दिवस के प्रथम सत्र का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि, जिला शिक्षा अधिकारी मंजीत मलिक ने किया। सत्र की अध्यक्षता सीबीएलयू भिवानी की कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी ने की। इस सत्र के मुख्य वक्ता सीआरएसयू जींद की कुलसचिव डॉ लवलीन मोहन एवं लोक कलाकार लीला सैनी लोक कलाकार रहे। दूसरे सत्र में का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि एसडीएम एवं पूर्व छात्रा डॉ रेणुका ने किया। प्राचार्य ममता भोला ने अतिथि परिचय दिया।
मुख्य अतिथि मंजीत मलिक ने कुटुंब प्रबोधन पर विचार रखते हुए कहा कि बच्चे के पालन-पोषण में मां की अहम भूमिका होती है। वक्ता डॉ. लवलीन ने महिलाओं की सप्त शक्तियों से अवगत कराया। वक्ता लीला सैनी ने कुटुंब प्रबोधन की आवश्यकता व महत्व के बारे में बात की। कंचन ने प्रकृति में संतुलन का महत्व बताया।
मुख्य अतिथि डॉ रेणुका ने सफलता का अर्थ व रहस्य के बारे में विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि सफलता हमेशा कड़ी मेहनत से मिलती है। इस दौरान पुस्तक मुखरित मौन का विमोचन भी किया गया। बृजबाला गुप्ता ने भी कुटुंब प्रबोधन विषय पर विचार रखे।
माताओं ने विभिन्न प्रेरणादायी महिलाओं जैसे- रानी लक्ष्मीबाई, महारानी पद्मावती, अहिल्याबाई होल्कर, देवी सरस्वती, महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कल्पना चावला, देवी अन्नपूर्णा के रूप में अपने ध्येय वाक्य बोलकर नारी शक्ति को याद किया। मुख्य अतिथियों द्वारा उपस्थित जन को अधिकारों के प्रति जागरूकता के साथ-साथ कर्तव्यों की प्रतिबद्धता का संकल्प भी दिलाया गया। अंत में प्राचार्या ममता भोला ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के साथ हुआ।
Girish Saini 


