विद्यार्थियों को किया साइबर सिक्योरिटी के प्रति जागरूक
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के संस्कृत विभाग में साइबर सिक्योरिटी के विषय पर आयोजित कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता, विवि परिसर स्थित एसबीआई शाखा के मुख्य प्रबंधक रविंद्र शर्मा ने शिरकत की। उनके सहयोगी सहायक प्रबंधक प्रवीण सिंह ने भी अपने विचार साझा किये।
वर्तमान समय में साइबर सिक्योरिटी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, इसके विषय में व्यापक तौर पर जन जागरण की आवश्यकता है। देश का प्रत्येक नागरिक साइबर सिक्योरिटी के खतरे को जानकर उससे बचा रहे, इसका प्रयास निरंतर किया जाना चाहिए। इसी उद्देश्य के साथ संस्कृत विभाग द्वारा इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता रविंद्र शर्मा ने कहा कि हमें कभी भी सामान्य पासवर्ड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, जिसमें हमारा अपना नाम, माता-पिता का नाम या फिर हमारी जन्मतिथि आदि सामान्य जानकारियां दी गई हों। उन्होंने बताया कि अगर आप इस प्रकार की किसी धोखाधड़ी से बचना चाहते हैं तो पासवर्ड को सुरक्षित रखना यह एक अनिवार्य बिंदु है। कभी भी किसी के साथ अपना एटीएम कार्ड नंबर, पिन, सीवीवी नंबर या फिर अन्य जानकारियां शेयर ना करें। मोबाइल में कोई नया एप्प इंस्टॉल करते हुए ध्यान रखें कि वह एप्प किसी प्रकार से संदिग्ध तो नहीं है। अनवेरीफाइड प्लेटफार्म से किसी प्रकार के एप्स को डाउनलोड ना करें, अनवेरीफाइड सोर्स से आने वाले किसी लिंक को क्लिक न करें। इसी प्रकार एनीडेस्क के उपयोग के संदर्भ में भी बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
सहायक प्रबंधक प्रवीण सिंह ने एसबीआई द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ श्रीभगवान ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम संचालन डॉ सुषमा नारा ने किया। प्रो. सुनीता सैनी ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के अंत में वक्ताओं ने विद्यार्थियों के साइबर सिक्योरिटी संबंधित प्रश्नों के जवाब भी दिए। इस दौरान प्रो. बलवीर आचार्य, डॉ. रवि प्रभात सहित विद्यार्थी एवं शोधार्थी मौजूद रहे।
Girish Saini 


