रागिनी में बसती है हरियाणवी लोक-संस्कृति की आत्माः शमशेर खरक

रागिनी उत्सव में हरियाणवी लोक-संगीत की धूम।

रागिनी में बसती है हरियाणवी लोक-संस्कृति की आत्माः शमशेर खरक

रोहतक, गिरीश सैनी। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज एवं नगर निगम रोहतक के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय रागिनी उत्सव के दूसरे दिन पं. श्रीराम रंगशाला में हरियाणवी लोक-संगीत की धूम रही।

 

सोमवार को बतौर मुख्य अतिथि, भाजपा के प्रदेश मीडिया सह प्रभारी शमशेर सिंह खरक ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस दौरान कोऑर्डिनेटर शीशपाल चौहान देवराज सांपला, संजय आहूजा, राजकमल सहगल, नोडल अधिकारी प्रंजल यादव, सुदेश शर्मा आदि मौजूद रहे।

 

मुख्य अतिथि शमशेर सिंह खरक ने कहा कि हरियाणवी लोक-संस्कृति की आत्मा रागिनी में बसती है। प्रदेश के कलाकार अपनी कला से इस विरासत को पीढ़ियों तक जीवंत बनाए हुए हैं और ऐसे भव्य आयोजन सांस्कृतिक चेतना को और अधिक मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणवी लोक परंपरा को संरक्षित रखना और इसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना हम सबका दायित्व है।

 

सोमवार को मुख्य रूप से - इश्क़ आग नै फूंक्या, नारद तेरी वीणा का तार, कड़े बिताई पिया जी आज सारी रात तन्ने की भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने श्रोताओं का मन मोह लिया।