समाचार विश्लेषण/सोनाली फौगाट: अभी कितने पेंच हैं बाकी?

समाचार विश्लेषण/सोनाली फौगाट: अभी कितने पेंच हैं बाकी?
कमलेश भारतीय।

-*कमलेश भारतीय 
हिसार की सोनाली फौगाट की रहस्यमयी परिस्थियों में मृत्यु अभी तक चर्चा में है । वैसे ही जैसे एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की चर्चा रही थी । दोनों ही रहस्यमयी मृत्यु में एक बात कॉमन है -ड्रग्स । सुशांत के सभ्य भी ड्रग की बहुत चर्चा हुई और अब सोनाली को सुधीर सांगवान द्वारा
जबरदस्ती ड्रग पिलाने का वीडियो वायरल हो रहा है । ऐसे ही ड्रग का खुला खेल सुशांत के साथ भी जोड़ दिया गया था । क्या यह रहस्य कभी खुलेगा ? या सुशांत की तरह रहस्य ही रह जायेगा ? गोवा से लेकर हिसार तक इसकी चर्चा लगातार जारी है । टिक टाॅक स्टार , बिग बाॅस जैसे विवादास्पद रियल्टी शो की प्रतिभागी और राजनीति की पारी खेलने वाली सोनाली फौगाट आखिरी समय तक विवादास्पद ही रही । टिक टाॅक स्टार के रूप में लोकप्रिय होने के बाद उसे बड़ी आसानी से बिग बाॅस में भी जगह मिल गयी तो इतनी ही आसानी से भाजपा में एंट्री भी हो गयी । जहां तक कि राजनीति में नयी नयी आई सोनाली को भाजपा का मंडी आदमपुर से विधानसभा टिकट भी मिल गया । देखने सुनने में ये सारी सफलताएं बड़ी आसान लगती हैं पर इसके पीछे सोनाली की कड़ी मेहनत भी छिपी है । पहली बात कि 'लोग क्या कहेंगे' को सोनाली ने सिरे से नकार दिया । जो एक महिला के मन में आया वह पूरा कर दिखाया और,
 ज़िंदगी को अपने मन से जिया । यहां तक ठीक रहा सफर लेकिन जैसे ही सोनाली ने सुधीर सांगवान का अंधा विश्वास किया वैसे ही वह अंदर से कमज़ोर होती गयी और एक व्यक्ति पर इतना भरोसा कि अपने नाते रिश्तेदारों से भी लगभग दूर होती चली गयी , कटती चली गयी । आंख मूंद कर सुधीर के भरोसे चल पड़ी । गुरुग्राम में तो पत्नी तक बताता रहा सुधीर सोनाली को ! लिव इन रिलेशनशिप की बात सुधीर ने गोवा पुलिस को बताई है । इस सबके बीच बेटी यशोधरा ने कहा कि सुधीर हमें नाते रिश्तेदारों के पास ज्यादा समय रहने ही नहीं देता था और कहीं घूमने भी जाती थी मां के साथ तो जल्दी वापिस चलने को कहता रहता । इस तरह सुधीर का बस चलता तो वह मां बेटी को भी अलग कर देता । 
राजनिति में महिलाओं को कैसे व्यवहार करना चाहिए ? यह सोनाली की रहस्यमयी मृत्यु से उठा बहुत बड़ा सवाल है । आखिर सन् 2019 में विधानसभा चुनाव में मिला एक अंजान शख्स सुधीर सांगवान सिर्फ तीन सालों में इतना महत्त्वपूर्ण कैसे बन गया सोनाली की ज़िंदगी में कि उसके सारे फैसले करने लगा ? पहले एक वर्कर, फिर पीए और फिर सब कुछ ? कैसे एक अंजान शख्स पर इतना भरोसा कर लिया ? न कोई अतीत जाना और न भविष्य की सोची ? नौकर भी रखते है तो सारे दस्तावेज देखते हैं । सारी जानकारी जुटाते हैं और यहां कुछ भी न देखा ? आंख मूंद कर पीछे चल पड़ी? यह बहुत बड़ा सबक है महिला राजनीतिज्ञों के लिए । कदम फूंक फूंक कर रखो और भरोसा भी बहुत कुछ जानकारी के बाद ही करो । 
अभी बेटी यशोधरा और परिवारजन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पास सीबीआई की जांच की मांग करके आये हैं और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी कहा कि गोवा पुलिस गहन जांच कर रही है और फिर भी यदि परिवार चाहेगा तो सीबीआई को जांच सौंपी जा सकती है । खैर । अभी काफी दिनों तक सोनाली फौगाट चर्चा में रहेगी और बहुत कुछ नये नये खुलासे होता रहेंगे ।
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।