दोआबा कॉलेज में श्रीनिवास रामानुजन के कार्यक्षेत्र पर सैमीनार आयोजित

दोआबा कॉलेज में श्रीनिवास रामानुजन के कार्यक्षेत्र पर सैमीनार आयोजित
दोआबा कॉलेज में आयोजित वैबीनार में डा. आशीष अरोड़ा उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए।

जालन्धर, 17 नवम्बर, 2021: दोआबा कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएट मैथेमैटिकस विभाग द्वारा डीबीटी स्टार कॉलेज स्कीम के अंतर्गत श्रीनिवास रामानुजन के कार्यक्षेत्र पर सैमीनार का आयोजिन किया गया जिसमें डा. आशीष अरोड़ा- विभागमुखी एवं डिप्टी डीन, फैक्लटी ऑफ साईंसिज़, आईकेजी पंजाब टैक्नीकल यूनीर्वसिटी, कपूरथला बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, प्रो. अरविंद नंदा-विभागध्यक्ष, डा. राजीव खोसला-ओवरऑल कार्डीनेटर,डीबीट, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया।
प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने उपस्थिति का स्वागत करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को प्रसिद्ध गणित के विज्ञानिक श्रीनिवास रामानुजन के जीवन व कार्यक्षेत्र से प्रेरित होकर स्वयं को इतना जागरुक व संवेदनशील बनाना चाहिए कि उनके आस पास घटित होने वाली छोटी से छोटी चीज़ का भी उनपर प्रभाव पड़े और वह ज्ञानवान बन जाएं। डा. राजीव खोसला ने डीबीटी स्कीम के बारे में तथा दोआबा कॉलेज में नवस्थापित कंप्यूटेशन मैथेमेटिक्ल लैब के बारे में जानकारी दी। 
डा. आशीष अरोड़ा ने श्रीनिवास रामानुजन के बारे में रोचक तथ्य बताया कि उन्होंने मात्र 13 साल की आयू में एसएसलोनी की किताब का इतनी गहनता अध्यन्न कर लिया था कि उन्होंने उसमें से कईं जटिल सवालों का हल निकाला जिनको बाद में गणितकारों ने गणित के क्षेत्र में महान उपल्बधि बताया। उन्होंने रामानुजन के घर की तस्वीरें, उनके जीवन से जुड़ी कहानियां तथा उनको मिलने वाले सम्मान के बारे में भी जानकारी दी जोकि उनके छोटे जीवन में बहुत बड़ी उपल्बधि थीं जिनसे हम सब को प्रेरित होने की ज़रूरत है। डा. अरोड़ा ने कहा कि  रामानुजन के गणित के नंबर व फंक्शन को इनफनाईट सीरीज़ में लिखने की कला सिखाई, पारटीशन थ्यूरी, कंबीनेशनल ऐनालसिज़ तथा हाईली कोंपोजिट नंबरस का ज्ञान भी दिया। प्रो. गुलशन शर्मा ने उपस्थिती का धन्यवाद किया।