दोआबा कॉलेज में संविधान दिवस पर सैमीनार आयोजित

दोआबा कॉलेज में संविधान दिवस पर सैमीनार आयोजित
दोआबा कॉलेज में आयोजित सैमीनार में प्रिं. डॉ. प्रदीप भंडारी और प्राध्यापकगण उपस्थिति को संबोधित करते हुए। 

जालन्धर 27 नवम्बर, 2021: दोआबा कॉलेज के पोस्ट ग्रेजूएट पॉलिटिकल साईंस विभाग द्वारा संविधान दिवस पर संविधान के महत्व पर सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें डा. निर्मल सिंह बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए जिनका हर्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, प्राध्यापकों और 102 विद्यार्थियों ने किया। 
प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने संविधान के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि यह देश का सर्वोत्म कानूनी लिखित दस्तावेज है जोकि फंडामेंटल पोलिटकल कोड, स्ट्रक्चरस, गवर्नमेंट इंस्टीट्यूटस की डियूटीस, फंडामेंटल राईट्स, डाईरेक्टिव प्रिंसीपलस व नागरिकों के कत्र्तव्य एवं अधिकारों आदि को बखूबी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हमें संविधान की ईन-बिन पालना करनी चाहिए 
डा. निर्मल सिंह ने संविधान के इतिहासिक महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि इसे 1949 में अंगीकृत तथा 26 जनवरी, 1950 में लागू किया गया। उन्होंने कहा कि संविधान हमारे देश की रीढ़ की हड्डी है जिसके बिना कानून व न्याय प्रणाली लागू नहीं की जा सकती। उन्होंने इस मौके पर प्रिएंबल विद्यार्थियों के साथ पड़ा और उसके भाव-अर्थ भी समझाए। डा. विनय गिरोतरा विभागध्यक्ष ने कहा कि हम प्रिएंबल से ही संविधान का स्तोत्र प्रकृति और उद्देश्य भली भांती समझ सकते हैं।