दोआबा कॉलेज में उद्योगों में माईक्रोबियल इंजाइमज़ की भूमिका पर सैमीनार आयोजित   

दोआबा कॉलेज में उद्योगों में माईक्रोबियल इंजाइमज़ की भूमिका पर सैमीनार आयोजित   

जालन्धर, 24 नवम्बर, 2021: दोआबा कॉलेज के बॉयोटेकनॉलजी विभाग द्वारा डीबीटी स्टार स्टेटस कॉलेज के तहत उद्योगों में माईक्रोबियल इंजाइमज़ की भूमिका पर सैमीनार का आयोजन किया गया। जिसमें डा. स्टैफी एनगूरल- इंन्वायरमेंटल बॉयोटेक्नालजिस्ट, यूएसए बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुईं जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा राजीव खोसला- कोरडीनेटर, प्रो. के.के. यादव-डीन अकादमिक अफेयरस, डा. अर्शदीप सिंह, डा अश्वनी बल्होत्रा, डा. राकेश कुमार, डा. सुरेश मागो, प्राध्यापकों और 80 विद्यार्थियों ने किया। 
प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने कहा कि डीबीटी स्टार कॉलेज स्कीम के अंतर्गत कॉलेज साईंस के विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में आ रही विभिन्न चुनौतीयों, अवसरों व स्कीमों की जानकारी  सारथी प्रोग्राम के अंतर्गत सरकारी व गैर सरकारी विज्ञानिक संस्थानों में कार्यरत पूर्व विद्यार्थियों के साथ ऐसे सैमीनारस व वर्कशॉपस में सार्थक इंटरैक्शन करवा कर उन्हें तैयार करता है। 
डा. स्टैफी एनगूरल ने उपस्थिती को माईक्रोबियल इंजाईमज़ का उद्योगिक स्तर इस्तेमाल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न बॉयोटेकनोलोजिकल टूल्ज़ का इस्तेमाल कर औद्यौगिक वैस्ट मटीरीयल के ट्रीटमेंट के लिए केमिकलस के स्थान पर माईक्रोबियल इंजाईमज़ से ट्रीटमेंट करने पर बल दिया जिससे की पेपर इंडस्टरी, कॉसमेटिक इंडस्टरी, लैद्र इंडस्टरी तथा फूड एंड टैक्सटाईल इंडस्टरी से निकलने वाले पॉल्यूशन को काफी हद तक कम किया जा सके। उन्होंने लॉकेज़ इंजाईम द्वारा हेयरडाईज़ बनाने की जानकारी दी जोकि कम हानीकारक होता है। इसके इलावा उन्होंने बताया कि कैसे जाईलेज़ व मैनेज इंजाईम का इस्तेमाल कर सफेद कागज़ की ब्राईटनेस को सफलतापूर्वक बढ़ाया जा सकता है। 
दोआबा कॉलेज में आयोजित सैमीनार में प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. स्टैफी व डा. राजीव खोसला उपस्थिती को संबोधित करते हुए।