लाइट एंड साउंड शो के दूसरे दिन श्री गुरु नानक देव की जीवन फलसफे से रू-ब-रू हुई संगत

दो दिवसीय कार्यक्रम हुआ संपन्न

लाइट एंड साउंड शो के दूसरे दिन श्री गुरु नानक देव की जीवन फलसफे से रू-ब-रू हुई संगत

फिरोजपुर: पंजाब सरकार की तरफ से श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित  रौशनी और आवाज़ (लाइट एंड साउंड शो) पर अधारित प्रोगराम का समापन रविवार को फिरोजपुर के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में हुआ। दो दिवसीय कार्यक्रम में बड़ी तादाद में संगत ने अत्याधुनिक तकनीकों के जरिए श्री गुरु नानक देव जी के जीवन फलसफे और विचारधारा के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रदेश सरकार की तरफ से श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित पूरे पंजाब में लाइट एंड साउंड शो करवाए जा रहे हैं और इसी श्रृंखला के तहत फिरोजपुर में भी यह कार्यक्रम करवाया गया है। संगत को श्री गुरु नानक देव जी के जीवन और फलसफे से परिचित करवाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह  की अगुवाई में पंजाब सरकार की तरफ से यह एक अनूठी पहल की गई है।

श्री गुरू नानक देव जी के वें प्रकाश पर्व को समर्पित पंजाब सरकार की तरफ से करवाए इस विशेष समागम का हिस्सा बनने के लिए समाज के हर वर्ग के लोगों की तरफ से शिरकत की गई। यहां अति आधुनिक तकनीकें के द्वारा श्री गुरु नानक देव जी की तरफ से दिए गए विश्वव्यापी संदेश- भाईचारक सांझ को मज़बूत करने, शान्ति, दया और मानवता की सेवा करने के सिद्धांत का प्रचार-प्रसार किया गया। शहर की अनेकों सख़सियतों के साथ रौशनी और आवाज़ पर अधारित प्रोगराम में शिरकत करके ज़िंदगी के अनोखे अनुभव का एहसास किया गया। जिला खेल अधिकारी सुनील शर्मा आज के शो में अपने परिवार के साथ विशेष रूप से शामिल हुए और गुरुनानक देव के जीवन पर आधारित शो का आनंद लिया।

रौशनी और आवाज़ पर अधारित इस 45 मिनट के शो दौरान अति आधुनिक तकनीकों के द्वारा श्री गुरु नानक देव जी के जीवन और उदासियों पर जो रोशनी डाली गई उसने दर्शकों को भावुक कर दिया। प्रोगराम दौरान अहिंसा, शान्ति, सांप्रदायिक सांझ, महिला सशक्तिकरण और प्राकृतिक स्रोतों की सुरक्षा के संदेश को संजीव रूप में दृश्यमान किया गया।  इस मौके श्री गुरु नानक देव जी की तरफ से सामाजिक बराबरता के लिए किये गए प्रयासों के बारे भी दर्शकों को अवगत करवाया गया। इसके अलावा तीन दिन तक डिजीटल म्युजिम भी स्थापित किया गया है, जहां एलईडी स्क्रीनों के जरिए संगत ने श्री गुरु नानक देव जी की उदासियों, उनके जीवनकाल की विभिन्न घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।