गुणवत्तापरक शोध को प्राथमिकता दें शोधार्थीः कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई

गुणवत्तापरक शोध को प्राथमिकता दें शोधार्थीः कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई

हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस में कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने दौरा कर विभाग की विभिन्न शैक्षणिक व प्रशासनिक गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने लैब में जाकर प्रत्येक शोधार्थी से उनकी शोध प्रणाली, शोध का विषय व क्षेत्र व शोध प्रकाशन के बारे में चर्चा की। उन्होंने सभी उपस्थित शोधार्थियों को गुणवत्तापरक शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित करने के लिए प्रोत्साहित किया।

कुलपति ने कहा कि उच्चतर शिक्षण संस्थान के शोधकर्ता ही उस संस्थान के शोध कार्यों को नए आयाम देने के लिए रीढ़ की हड्डी होते हैं, इसलिए शोध प्रणाली व शोध प्रक्रिया में लगातार गुणवत्ता बेहतर करने के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना जरूरी है। उन्होंने शोधार्थियों को विश्वास दिलाया कि गुणवत्तापरक शोध के लिए जरूरी सभी सुविधाएं अविलंब उपलब्ध करवाई जाएंगी। 

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रेडिटेशन (एनबीए) द्वारा प्रमाणित है तथा जो एनआईआरएफ द्वारा जारी टॉप-100 बिजनेस स्कूलों की श्रेणी में भी शामिल है। यहां के एमबीए के विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत प्लेसमेंट हो पा रही है। ऐसे में बिजनेस स्कूल के 200 से अधिक शोधार्थियों का भी यह नैतिक कर्तव्य बनता है कि वे शोध में कड़ी मेहनत करें, अधिक से अधिक प्रकाशन करें तथा गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि एचएसबी आगामी शैक्षणिक सत्र से इंटीग्रेटेड एमबीए, एमकॉम व एमबीए के भी नए-नए स्पेशलाइजेशन पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है। इन पाठ्यक्रमों के लिए एआईसीटीई व यूजीसी की मंजूरी लेने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है तथा विद्यार्थियों के लिए आवश्यक कक्षा रूम व लेबोरेटरी में भी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।इस मौके पर एचएसबी अधिष्ठाता प्रो. कर्मपाल नरवाल, निदेशक प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई, वरिष्ठ प्रोफेसर प्रो. बी.के पुनिया, प्रो. संजीव कुमार, प्रो. दलबीर सिंह, प्रो. अनिल कुमार, प्रो. सुनीता रानी, प्रो. एनएस मलिक, प्रो. पी.के. गुप्ता, डॉ. विजेन्द्र पाल सैनी, डॉ. सुरेश भाकर, प्रो. अंजु वर्मा, डॉ. मोनिका, डॉ. मणि श्रेष्ठ, डॉ. वंदना सिंह, प्रो. सविता उबा, प्रो. हिमानी शर्मा, प्रो. खजान सिंह एवं प्रो. राजीव कुमार मौजूद रहे।