चंद्रावल से दादा लखमी तक का सुहाना सफर 

हरियाणवी फिल्म के लिए उठी आवाज

चंद्रावल से दादा लखमी तक का सुहाना सफर 

-*कमलेश भारतीय
हरियाणवी फिल्मों ने कुरूक्षेत्र के मल्टी आर्ट कल्चर सेंटर में कल पांच दिवसीय फिल्म महोत्सव के समापन पर एक बड़ा सफर तयकर लिया । यानी कल चंद्रावल से लेकर दादा लखमी तक का सुहाना व गौरवमयी सफर तय हो गया । खुद चंद्रावल की हीरोइन , अपने समय की सुपर स्टार उषा शर्मा ने देवीशंकर प्रभाकर सम्मान ग्रहण करने के बाद यही शुभाशीष दी यशपाल शर्मा को कि चंद्रावल की तरह दादा लखमी फिल्म भी अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करेगी और हरियाणवी फिल्मों के झंडे गाड़ेगी । असल में कल फिल्म महोत्सव के अंतिम दिन दादा लखमी फिल्म का एक प्रकार से प्रीमियर किया एक्टर यशपाल शर्मा ने और पूरे हरियाणा भर से आए रंगकर्मियों , मीडियाकर्मियों और हरियाणवी कलाकारों ने इस फिल्म को भरपूर सराहा और खड़े होकर काफी देर तक तालियां बजा कर इसकी बधाई दी यशपाल व उसकी टीम को जो इस अवसर पर हरियाणा कला कृति सभागार में मौजूद थी । सभागार में  तिल रखने की भी जगह न थी और कुर्सियों के बीच भी खाली स्थान पर पांव रखने की जगह न बची थी । ऐसा मंजर , ऐसा नजारा दुर्लभ था फिल्म का प्रीमियर । और फिल्म के कलाकार योगेश वत्स , सतीश कश्यप, विक्की मेहता , रघुविंद्र मलिक , मुकेश मुसाफिर, रवि चौहान , राजू मान, आशिमा, सान्या शर्मा, गीतू परी , ईशु गौड़, रमा बल्हारा,  सतीश कश्यप, रोहित बच्ची, युद्धवीर मालिक,  साहिल बाजवा,  अल्पना सुहासिनी, गिरिजा शंकर, योगेश मोदी, मीना मलिक , रामपाल बल्हारा, चीफ असिस्टेंट सोनिया सहारण, सिंगर सोमवीर, इंदर लांबा, सुभाष फौजी, और न जाने कितने ही कलाकार मौजूद रहे । संगीतकार उत्तम सिंह को इस फिल्म के संगीत के लिए पंडित जसराज सम्मान से सम्मानित किया गया । संयोग देखिए कि वे भी पहली सुपर डुपर फिल्म चंद्रावल में भी सहायक संगीत निर्देशक थे । उन्होंने भी कहा कि बेशक वे हरियाणा से संबंध नहीं रखते लेकिन वे हरियाणा से बहुत प्यारे से बंधन में बंधे हुए हैं । युवा अभिनेत्री अंजवि सिंह हुड्डा को यशपाल की माता विद्या कुमारी की स्मृति में दिया गया सम्मान और ग्यारह हजार रुपये की राशि । यह सम्मान राशि प्रतिवर्ष मनीष जोशी प्रदान किया करेंगे । इस अवसर पर यशपाल शर्मा के बड़े भाई घनश्याम , छोटे भाई राजेश , भतीजी व एक्ट्रेस आशिमा शर्मा व छोटी बहन संगीता, शांतनु, और आशिमा के सास ससुर आदि पारिवारिक सदस्य मौजूद रहे ।
हास्य कवि अरूण जैमिनी , हरियाणवी गायक रामकेश, एक्टर पंकज बेरी,गोबिंद नामदेव,बहूरानी के निर्देशक अरविन्द स्वामी , प्रसिद्ध कलाकार कमल तिवारी  व रवि चौहान को भी सम्मानित किया गया ।
प्रमुख अतिथि व हरियाणा के उच्च पुलिस अधिकारी रहे अनिल राव , महावीर कौशिक , संजय भसीन , रेखा वर्मा सरीन, महावीर गुड्डू , मनीष जोशी , रमन नास्सा  ,गीता सिंह, राजू मान , लीला सैनी ,  जैसे कितने ही लोगों ने इसे अपना अपना प्यार दिया । यशपाल ने घोषणा की कि वे अगली फिल्म अनिल राव के जीवन पर बनायेंगे ।
अब हरियाणवी फिल्म के लिए यशपाल शर्मा ने सबको साथ लेकर इसकी दशा व दिशा बदलने का बीड़ा उठाया है और हरियाणा भर से रंगकर्मियों ने जुट कर उसकी आवाज में अपनी आवाज मिला दी है । अढ़ाई  घंटे फिल्म चली और सभागार में हर पल तालियां गूंजतीं रहीं । कलाकारों का उनके संवादों का , संगीत का और प्रस्तुति का सबसे हौसला बढ़ाया । अभी इसकी रिलीज होना है । इस फिल्म से एक बार फिर हरियाणवी फिल्म को , कलाकारों को उत्साह मिलेगा । हरियाणा सरकार को ही चाहिए कि अपनी फिल्म नीति को पूरी तरह से लागू कर इन कलाकारों को आसमान छूने का जोश प्रदान करे । 
कौन कहता है कि आसमान में सुराख हो नहीं सकता ...
एक पत्थर तो यशपाल की तरह उछालो यारो ...

-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।