नाटक से नये 'मानुष' , नये व्यक्ति' का जन्म होता है: विक्रमजीत सिंह 

नाटक में भाग लेने पर गुण बाहर आ जाते हैं । नाटक का उद्देश्य आपको बेहतर इंसान बनाना है ।

नाटक से नये 'मानुष' , नये व्यक्ति' का जन्म होता है: विक्रमजीत सिंह 

-कमलेश भारतीय 
हिसार: नाटक से नये 'मानुष' और नये व्यक्ति का जन्म होता है । नाटक में भाग लेने पर गुण बाहर आ जाते हैं । नाटक का उद्देश्य आपको बेहतर इंसान बनाना है । यह कहना है दयानंद महाविद्यालय के प्रिंसिपल डाॅ विक्रमजीत सिंह ने हंसराज सभागार में प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक 'अमर शहीदों की कहानी'के मंचन के अवसर पर कहा । उन्होंने यह भी बताया कि वे स्वयं नाटकों में भाग लेते रहे हैं और श्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी पाते रहे । इस अवसर पर हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष कमलेश भारतीय मुख्यातिथि थे और उन्होंने दयानंद महाविद्यालय के नाटक व फिल्म सितारों को देने वाली संस्था बताया जहां से यशपाल शर्मा, राम नारायण गर्ग , निधि महला , दक्ष मल्होत्रा और अनूप बिश्नोई जैसे कलाकार उभरे । भारतीय ने कहा कि अच्छे एक्टर बनना है तो अच्छे नाटक लगातार देखो और पढ़ो ।
यह दस दिवसीय रंगमंच कार्यशाला का आज समापन था । रंगकर्मी ऋषिपाल के निर्देशन में तैयार किये गये नुक्कड़ नाटक अमर शहीदों के नाम का मंचन किया गया । यह कार्यशाला हरियाणा कला परिषद्, हिसार क्षेत्र के सहयोग से लगाई गयी और इसमें लोक कलाकार व हिसार में परिषद् के समन्वयक महावीर गुड्डू का भी योगदान रहा । आज के कार्यक्रम का संचालन प्रो विजय सिंह व प्रो चेतन शर्मा ने किया ।