राजनिति में नयी एंट्री: सुनयना चौटाला 

राजनिति में नयी एंट्री: सुनयना चौटाला 

-कमलेश भारतीय 
हरियाणा ही नहीं देश की राजनीति में चौटाला परिवार का महत्त्वपूर्ण जिक्र रहता है । चौ देवीलाल उपप्रधानत्री पद तक पहुंचे और आम आदमी के सुख दुख को समझने की कोशिश की । वृद्धावस्था पेंशन उन्हीं का दिया मंत्र है राजनीति में । लोकदल से होते हुए इनेलो तक पहुंचे । इनके ही बेटे ओमप्रकाश चौटाला मुख्यमंत्री रहे । आज भी 88 वर्ष की उम्र में जवानों की तरह सक्रिय हैं । आगे अजय चौटाला ने संसद में यानी केंद्र में राजनीति की । अभय चौटाला हरियाणा की राजनीति तक ही केंद्रित हैं । इनेलो में जब नयी पीढ़ी यानी दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला की एंट्री हुई तो मुख्यमंत्री पद की कशमकश भी चाचा अभय चौटाला के साथ भतीजों की इतनी बढ़ गयी कि इनेलो परिवार टूट गया । दो हिस्सों में बंट गया । जैसे छोटी छोटी बातों में बंट गया चौटाला परिवार ! चौ देवीलाल के नाम पर जननायक जनता पार्टी अस्तित्व में आई और दस विधानसभा सीटें जीतने पर सत्ता की चाबी भी इसके हाथ लग गयी । हालांकि निर्दलीय चौ रणजीत चौटाला भी मंत्री पद पर नवाजे गये । चौ देवीलाल व ओमप्रकाश चौटाला की धर्मपत्नियां तो राजनीति के मैदान से अपने को दूर ही रखती रहीं लेकिन आजकल अजय चौटाला की धर्मपत्नी नैना चौटाला विधायक हैं । हरी चूनर चौपाल कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं । हालांकि चौटाला परिवार की तीसरी पीढ़ी में और कुछ और नाम भी हैं । इन्हीं नामों में एक नाम हैः रवि चौटाला । इनकी धर्मपत्नी सुनयना चौटाला आजकल आदमपुर उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी के लिए गांव गांव प्रचार करती दिख जाती हैं । हम आदमपुर में ही थे कि इनेलो के चुनाव कार्यालय में अचानक सुनयना चौटाला आईं । उनके साथ उर्मिला हुड्डा और अन्नू सूरा भी थीं । थोड़ा परिचय के लिए आमंत्रित किया तो काॅफी के कप पर छोटी सी बातचीत हुई ।

-कहां से हैं आप ?
-आपके ही जिला हिसार के गांव दौलतपुर से ।
-अरे ! हम तो वहां रवि लाम्बा को जानते हैं और उनके घर भी जाना हुआ कभी ! 
-वे मेरे ताऊजी हैं । मेरे पिता का नाम ईश्वर लांबा है । वे गांव के सरपंच भी थे ।
-कहां पढ़ाई लिखाई हुई आपकी ?
-रोहतक के माॅडल स्कूल से । फिर ग्रेजुएशन हिसार के एफ सी काॅलेज से की ।
-क्या रुचियां /गतिविधियां रहीं आपकी काॅलेज के दिनों में ?
-मैं फुटबाल प्लेयर रही । सीनियर और जूनियर दोनों में राष्ट्रीय खिलाड़ी ! 
-अब राजनीति के मैदान की खिलाड़ी बनने जा रही हैं आप ?
इसके जवाब में सिर्फ मुस्कुरा कर रह गयीं सुनयना ! 
-रवि चौटाला से शादी कब यानी चौटाला परिवार की बहू कब बनीं ?
-सन् 1995 में ।
-परिवार के बारे में बताइए कुछ ?
-पति रवि चौटाला कृषि में और कुछ राजनीति में । एक ही बेटा जयदेवन जो मास कम्युनिकेशन कर चुका है गुरुग्राम से । 
-इनेलो का मात्र एक ही विधायक है । इनेलो की लोकप्रियता कहां खो गयी ?
-बेशक इस विधानसभा में हमारे एक ही विधायक हैं अभय चौटाला लेकिन सन् 2024 के विधानसभा की तैयारियों में हम जुटे हुए हैं और हमारी पार्टी जबरदस्त वापसी करेगी । 
-इनेलो और जजपा में क्या फर्क है ?
-इनेलो चौ देवीलाल की नीतियों पर चल रही है जबकि जजपा उनकी सिर्फ फोटो का उपयोग कर रही है , नीतियों और विचारधारा को नहीं अपनाया जजपा ने ! अभी चौ देवीलाल के जन्मदिन पच्चीस सितम्बर तक को भूल गयी जजपा ! 
-राजनीति में सबसे खराब क्या लगता है ?
-हर समाज का नेता वोट तो ले जाता है लेकिन जनता को भूल जाता है । आदमपुर में यही होता आ रहा है ! 
-आप अगले विधानसभा चुनाव में मैदान में होंगीं ?
-जैसा पार्टी आदेश देगी ! 
इसके बाद हमारी काॅफी की प्याली भी खत्म हो गयी और बातचीत भी !