सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने मातनहेल में केंद्रीय विद्यालय के उद्घाटन पर खुशी जताई

प्रदेश सरकार पर हरियाणा के शिक्षा तंत्र का बंटाधार करने का आरोप लगाया।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने मातनहेल में केंद्रीय विद्यालय के उद्घाटन पर खुशी जताई

रोहतक, गिरीश सैनी। लोकसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने केंद्रीय विद्यालय मातनहेल के उद्घाटन पर खुशी जताते हुए क्षेत्रवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस केंद्रीय विद्यालय को उन्होंने 28 फरवरी, 2014 को कांग्रेस सरकार से मंजूर कराया था, लेकिन 11 साल की देरी के बाद अब जाकर इसका उद्घाटन हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि उस दिन मातनहेल सहित 4 केंद्रीय विद्यालयों मथाना (कुरुक्षेत्र), रामराई (जींद), फतेहाबाद केन्द्रीय विद्यालय को भी मंजूर कराया गया था। दीपेन्द्र हुड्डा ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी सरकार 11 साल बाद भी हमारे मंजूर कराए गए केन्द्रीय विद्यालय का उद्घाटन कर रही है।

उन्होंने कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने 28 फरवरी 2014 को सिविल क्षेत्र के तहत नये केंद्रीय विद्यालय (केवी) खोलने को मंजूरी दी, जिनमें से 4 केन्द्रीय विद्यालय हरियाणा के लिए मंजूर कराये गए। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि पिछले 11 साल में मौजूदा सरकार ने हरियाणा के शिक्षा तंत्र का बंटाधार कर दिया। बीजेपी सरकार ने को-एजुकेशन के नाम पर हरियाणा के प्राथमिक विद्यालयों को मर्ज कर करीब 5000 स्कूलों पर ताले लगा दिये। यहां तक कि अपने स्कूलों को बचाने के लिए बच्चों को धरने पर बैठना पड़ा।

सांसद ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार सरकारी शिक्षा तंत्र को पूरी तरह से खत्म करने के लिये शिक्षा का निजीकरण करने पर तुली है, ताकि गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा से वंचित कर सके। आज हालात यह है कि स्कूलों में न पढ़ाने के लिए शिक्षक हैं और न ही बच्चों के लिए आधारभूत सुविधाएं।