मूट कोर्ट कानून के विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करते हैः पूर्व एएजी देवेन्द्र सैनी

मूट कोर्ट कानून के विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करते हैः पूर्व एएजी देवेन्द्र सैनी

एमडीयू में दो दिवसीय राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता प्रारंभ।

रोहतक, गिरीश सैनी । महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के विधि विभाग में वीरवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता प्रारंभ हुई।

पूर्व एडिशनल एडवोकेट जनरल, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता देवेन्द्र सैनी ने बतौर मुख्यातिथि इस राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। प्रतिष्ठित अधिवक्ता देवेन्द्र सैनी ने इस अवसर पर कहा कि कानून के विद्यार्थियों के लिए मूट कोर्ट का आयोजन बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम कानून के विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करते हैं और प्रोफेशनल लाइफ से रूबरू करवाते हैं। उन्होंने इस अवसर पर हाई कोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट से जुड़े अपने अनुभव विद्यार्थियों के साथ साझा किए।

अधिवक्ता देवेन्द्र सैनी ने कहा कि विधि विभाग के विद्यार्थियों को कानूनी विषय की जानकारी के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी होनी चाहिए, ताकि उन्हें वकालत की बारीकियों को सीखने एवं समझने का अवसर मिले। उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी ड्राफ्टिंग स्किल्स में अभिवृद्धि करने की बात कही। इस अवसर पर जिला बार एसोसिएशन रोहतक के प्रधान एडवोकेट अरविन्द श्योराण भी विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।

विधि विभागाध्यक्ष डा. जितेन्द्र सिंह ढुल ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। नेशनल मूट कोर्ट प्रतियोगिता की संयोजिका डा. अनुसूया यादव ने बताया कि देशभर से 18 टीमें इस प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं। उन्होंने इस प्रतियोगिता की रूपरेखा बारे जानकारी प्रदान की। इस दौरान विधि विभाग के प्राध्यापक, शोधार्थी, विद्यार्थी समेत प्रतिभागी टीमों के इंचार्ज एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।