गीता के संदेश आज भी मानव जीवन के लिए प्रासंगिकः गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद
गीता और आयुर्वेद विषयक विशेष व्याख्यान आयोजित।
रोहतक, गिरीश सैनी। स्थानीय गौड़ ब्राह्मण आयुर्वेदिक कॉलेज में शुक्रवार को “गीता और आयुर्वेद” विषय पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। बतौर मुख्यातिथि, जीओ गीता के संस्थापक महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने शिरकत की। विशिष्ट अतिथि के रूप में नेत्र चिकित्सक डॉ मार्कंडेय आहूजा मौजूद रहे।
मुख्यातिथि, स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने गीता के अमृत संदेश और आयुर्वेद की वैज्ञानिकता को जोड़ते हुए भारतीय ज्ञान परंपरा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गीता के नैतिक, व्यावहारिक एवं स्वास्थ्य संबंधी संदेश आज भी मानव जीवन के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं। उन्होंने आयुर्वेद को केवल रोगोपचार नहीं, बल्कि “जीवन जीने की कला” बताया।
स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि आज की बदलती जीवनशैली और खानपान की अव्यवस्था के बीच आयुर्वेद एक अमूल्य धरोहर है। यह योग, आहार-विहार और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ठोस दिशा प्रदान करता है। इस दौरान गौड़ ब्राह्मण डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ जयपाल शर्मा, गौड़ ब्राह्मण आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य डॉ वारिज पांडेय, डॉ संजय अत्री, डॉ. सुनील शर्मा, डॉ. महेश, डॉ. पंकज कौशिक, डॉ. सुरेश शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।
Girish Saini 

