रोहतक को जनवरी 2026 तक पूर्णत: निपुण बनाने के लिए ‘पढ़े रोहतक, लिखे रोहतक’ मिशन का आगाज

जनवरी तक रोहतक का हर बच्चा आत्मविश्वास के साथ पढ़ेगा, लिखेगा और गणना करेगाः उपायुक्त सचिन गुप्ता

रोहतक को जनवरी 2026 तक पूर्णत: निपुण बनाने के लिए ‘पढ़े रोहतक, लिखे रोहतक’ मिशन का आगाज

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने उच्चस्तरीय शिक्षा समीक्षा बैठक में सरकारी स्कूलों में शिक्षण परिणामों में आमूल-चूल सुधार के लिए पढ़े रोहतक-लिखे रोहतक अभियान के तहत व्यापक पहल की घोषणा की। उपायुक्त ने कहा कि हम चाहते हैं कि रोहतक का हर स्कूल जिज्ञासा का स्थान बने, केवल पाठ्यक्रम का नहीं। ज़ीरो पीरियड, स्मार्ट क्लासरूम, स्किल लैब और शिक्षक नवाचार के माध्यम से हम एक संपूर्ण शिक्षण इकोसिस्टम बना रहे हैं। जनवरी 2026 तक रोहतक हरियाणा का पहला निपुण और नवाचार-प्रधान जिला बनेगा।

 

उपायुक्त सचिन गुप्ता ने साक्षरता, अवसंरचना, शिक्षक प्रशिक्षण तथा नवाचार संबंधी प्रगति की समीक्षा की और अगले 75 दिनों के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए। बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता को तेज गति से बढ़ाने के लिए जनवरी 2026 तक जिला को 100  प्रतिशत निपुण बनाने का लक्ष्य रखा है। लक्ष्य मुख्य एक कौशल में पिछड़ रहे ऐसे सभी 17 प्रतिशत छात्र-छात्राएं को पहले 45 दिनों में अपस्टेज किया जाएगा तथा शेष 32 प्रतिशत विद्यार्थियों को अगले 30 दिनों में पूर्ण कौशल दक्षता दिलाई जाएगी।

 

उपायुक्त ने कहा कि जीरो पीरियड की जिला की सबसे सफल सीखने की नवाचार पहल अब हर स्कूल में प्रतिदिन विशेष सुधारात्मक सत्र के रूप में लागू की जाएगी। स्किल ट्रैकर के अंतर्गत प्रत्येक बच्चे के पढ़ने, लिखने और गणना कौशल की साप्ताहिक प्रगति दर्ज की जाएगी। मदर-टीचर सर्किल्स ग्रामीण क्षेत्रों में घर-आधारित पुस्तक पठन आदतों को बढ़ावा देंगे। पढ़ो-लिखो मेले के तहत जनवरी 2026 में जिला के निपुण बनने की उपलब्धि का उत्सव मनाने के लिए मेले आयोजित होंगे।

 

उपायुक्त ने स्कूलों को मजबूत बनाने की दिशा में अवसंरचना एवं गुणवत्ता के तहत डुअल डेस्क की सप्लाई, शौचालयों की मरम्मत, विद्युत कार्य इत्यादि को नवंबर माह के अंत तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। सभी स्मार्ट क्लासरूम दिक्षा व ई-अध्ययन सामग्री के साथ पूर्ण रूप से क्रियाशील किए जाएंगे। पीएम श्री स्कूल अवसंरचना और शैक्षणिक उत्कृष्टता के मॉडल संस्थान के रूप में विकसित किए जाएंगे। डाइट मदीना कम प्रदर्शन वाले स्कूलों के लिए शैक्षणिक ऑडिट और मेंटरिंग करेगा। टीचर लर्निंग स्किल्स दिसंबर से शुरू किए जाएंगे, ताकि शिक्षक अपने नवाचारी कक्षा अनुभव साझा कर सकें। उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए जिला शिक्षक नवाचार पुरस्कार शुरू किया जाएगा। नवनियुक्त शिक्षकों के लिए रिफ्रेशर ओरिएंटेशन कार्यक्रम नवंबर में आयोजित होंगे।

 

उपायुक्त ने कहा कि शैक्षणिक व कौशल-आधारित पहलें जिला रणनीति मजबूत अकादमिक नींव के साथ करियर तैयारी और नवाचार को संयोजित करती है। गणित ओलंपियाड कोचिंग के तहत प्रत्येक खंड से पाँच पीजीटी गणित शिक्षक प्रशिक्षित किए जाएंगे। छात्रों के लिए ओलंपियाड कोचिंग जल्द प्रारंभ होगी। सुपर 40 प्रोग्राम (आईआईटी-जेईई एवं एनईईटी 2027) आगामी 1 दिसंबर 2025 को हिसार रोड स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में लाँच किया जायेगा। इसके तहत 20-20 छात्र आईआईटी-जेईई एवं एनईईटी के लिए चयनित। दो वर्ष की नि:शुल्क कोचिंग, टेस्ट सीरीज और विशेषज्ञ मेंटरिंग दी जायेगी। इसके लिए समग्र शिक्षा द्वारा 10 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है।

 

एनएसक्यूएफ स्किल एजुकेशन के तहत 66 स्कूलों में 14 ट्रेड्स के 22 हजार से अधिक छात्रों को लाभ होगा। स्थानीय उद्योगों के सहयोग से डोनेट टूल्स-बिल्ड स्किल्स अभियान के तहत फरवरी 2026 में जिला स्किल जॉब फेयर आयोजित होगा। उपायुक्त ने जिला को रचनात्मक और समावेशी शिक्षा का मॉडल बनाने हेतु कई नवाचारी परियोजनाओं की घोषणा की है। रोहतक स्मार्ट क्लास-360 के तहत स्मार्ट बोर्ड, द्विभाषी माइक्रो-कॉन्टेंट और ग्रामीण स्कूलों के लिए ऑफलाइन ई-लर्निंग युक्त डिजिटल हब। मिशन हुनर के तहत आईटीआई और उद्योगों के सहयोग से कोडिंग, बढ़ईगीरी, इलेक्ट्रिकल बेसिक्स और पारंपरिक कला के कौशल लैब शुरू किए गए।

 

उपायुक्त ने कहा कि बाल विज्ञान एवं इनोवेशन क्लब विज्ञान, रोबोटिक्स और प्रयोग आधारित शिक्षा, वार्षिक रोहतक यंग इनोवेटर्स फेयर में प्रस्तुति दी गई। ग्रीन व क्लीन कैंपस चैलेंज वर्षा जल संचयन, सोलर पैनल या हर्बल गार्डन जैसे इको-प्रोजेक्ट अपनाना। नन्ही छतरी गर्ल लीडरशिप क्लब नेतृत्व, आत्मरक्षा प्रशिक्षण, मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता तथा सैनिटरी वेंडिंग मशीनें शामिल है। करियर गाइडेंस एवं काउंसलिंग पोर्टल करियर सलाह, पूर्व छात्रों का मेंटरशिप नेटवर्क (सिविल सेवाएं, मेडिकल, इंजीनियरिंग)। स्कूल मित्र अभियान के तहत अभिभावकों व समाज को स्थानीय विरासत, संस्कृति और जीवन कौशल साझा करने हेतु प्रोत्साहित करना। रोहतक स्पोट्र्स एवं वेलनेस अकादमी के तहत कुश्ती, कबड्डी, हॉकी, एथलेटिक्स और योग का संरचित प्रशिक्षण होगा।

 

समुदाय एवं अभिभावक सहभागिता के तहत 12 नवंबर 2025 को सभी स्कूलों में अभिभावक-शिक्षक संवाद आयोजित होगा। अभिभावक पठन सत्र, कहानी-कथन और मेंटरिंग में भाग लेंगे। बैक टू स्कूल अभियान के माध्यम से जनवरी 2026 तक सभी स्कूल से बाहर बच्चों को पुनः: नामांकित किया जाएगा। आगे की राह के तहत नवंबर-दिसंबर 2025 को सभी स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता पखवाड़ा घोषित किया गया। खंड स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा व उपायुक्त द्वारा पंद्रह-दिवसीय मॉनिटरिंग की जायेगी।

 

इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी मनजीत मलिक, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलजीत सिंह, जिला परियोजना समन्वयक बिजेंद्र हुड्डा, उप जिला शिक्षा अधिकारी राजबाला एवं मुन्नी देवी, लाखनमाजरा की खंड शिक्षा अधिकारी साधना, रोहतक के खंड शिक्षा अधिकारी जय भगवान, महम की खंड शिक्षा अधिकारी सरिता, कलानौर की खंड शिक्षा अधिकारी सुनीता व सांपला की खंड शिक्षा अधिकारी सुमन हुड्डा के अलावा मदीना डाइट की वरिष्ठ प्राध्यापिका रोमी कुमारी, डीएमएस डॉ. दीपक अरोड़ा, निपुण सेल के तुषार सिंह, एफएलएनसी रूपांशी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।