एनआईआरएफ रैंकिंग में जीजेयू को देश में 32वां और हरियाणा में पहला स्थान

हिसार, गिरीश सैनी। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2025 में गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि, हिसार ने देश के राज्य सार्वजनिक विवि की सूची में 32वीं रैंक हासिल कर एक बार फिर देश के शीर्ष उच्च शिक्षा संस्थानों में अपना नाम दर्ज कराया है। गुजवि हरियाणा में नंबर 1 राज्य विवि के रूप में उभरा है। इस बारे में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने विस्तृत जानकारी दी।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि मात्र तीन दशक पहले स्थापित, गुजवि ने देश के कई पुराने और स्थापित विवि से बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं, विद्यार्थियों, पूर्व विद्यार्थियों और कर्मचारियों को उनके अथक प्रयासों के लिए बधाई दी। कुलपति ने कहा कि यह मान्यता केवल रैंकिंग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह नवाचार को बढ़ावा देने, उच्च-गुणवत्ता वाले शोध को आगे बढ़ाने और हमारे विद्यार्थियों को वैश्विक नागरिक और भविष्य के नेता के रूप में तैयार करने के लिए गुजवि की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
कुलपति ने बताया कि राष्ट्रीय रैंकिंग में गुजवि की निरंतर उन्नति, अंत:विषय शिक्षण, अत्याधुनिक शोध और सामाजिक जुड़ाव पर विवि के रणनीतिक फोकस को उजागर करती है। उद्योग और शिक्षा जगत में बढ़ते सहयोग के साथ, संस्थान एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा दे रहा है जहां, ज्ञान और अनुप्रयोग का मेल होता है और विद्यार्थियों को नवाचार और उद्यमिता को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
इस दौरान कुलसचिव डॉ. विजय कुमार, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. योगेश चाबा, तकनीकी सलाहकार प्रशासनिक प्रो. विनोद छोकर, तकनीकी सलाहकार एचआरएम प्रो. संदीप राणा, उपनिदेशक जनसंपर्क डा. बिजेन्द्र दहिया मौजूद रहे।
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गुजवि के एनआईआरएफ 2025 प्रदर्शन की मुख्य विशेषताएं :
• भारत के राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में 32वां स्थान।
• राज्य विश्वविद्यालयों में हरियाणा में प्रथम स्थान।
• विभिन्न श्रेणियों में राष्ट्रीय मान्यता के साथ मजबूत बहु-विषयक स्थिति:
- फामेर्सी: भारत में 49वाँ स्थान
-एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) : 11-50 बैंड में स्थान
- इंजीनियरिंग: 201-300 बैंड में स्थान
- प्रबंधन: 102-125 बैंड में स्थान
- विवि श्रेणी: 101-150 बैंड में स्थान
• राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी-2020) के अनुरूप अनुसंधान उत्पादन, नवाचार, उद्योग सहयोग और स्थायी एवं समावेशी प्रथाओं को अपनाने में उत्कृष्टता।