दिवंगत माता की याद में चिकित्सक ने चलाई ग्रामीण महिलाओं के लिए निःशुल्क मैमोग्राफी वैन

अब तक 5000 से भी अधिक महिलाओं की हुई जांच।

दिवंगत माता की याद में चिकित्सक ने चलाई ग्रामीण महिलाओं के लिए निःशुल्क मैमोग्राफी वैन

रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर के ग्रामीण और आवश्यकतानुसार अन्य क्षेत्रों में स्तन कैंसर की प्रारंभिक जांच के लिए अनूठी पहल करते हुए स्थानीय नरूला डायग्नोस्टिक सेंटर द्वारा निःशुल्क मोबाइल मैमोग्राफी स्क्रीनिंग वैन चलाई जा रही है।

 

डॉ. अर्जुन नरूला ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्तन कैंसर की प्रारंभिक जांच के लिए समर्पित ये वैन उनकी दिवंगत माता डॉ. अनीता नरूला की याद में शुरू की गई है, जिन्होंने कैंसर से संघर्ष करते हुए अपना जीवन दे दिया। महिलाओं को अपने गांव से बाहर दूर अस्पताल में जाकर जांच न करवानी पड़े, इस उद्देश्य से इस वैन का संचालन एलपीएस बोसार्ड के सहयोग शुरू किया गया। अधिक से अधिक महिलाओं को स्तन कैंसर की निःशुल्क और सुलभ जांच उपलब्ध करवाने के लिए इस वैन में उच्च गुणवत्ता वाली अत्याधुनिक मैमोग्राफी मशीन लगाई गई है, जो गांव-गांव जाकर महिलाओं की स्क्रीनिंग करेगी।

 

डॉ. अर्जुन नरूला ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और पहुंच की कमी के कारण स्तन कैंसर का देर से पता लगना आम समस्या है। उन्होंने कहा कि कैंसर की प्रारंभिक स्तर पर पहचान से उपचार की सफलता की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि 35 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को मैमोग्राफी अवश्य करवानी चाहिए ताकि संभावित जोखिम से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि अभी तक 220 के करीब शिविर लगाकर 5000 से भी अधिक महिलाओं की जांच इस वैन के माध्यम से की जा चुकी है।

 

इस दौरान डॉ. अरुण नरूला, डॉ. ताशी नरूला एवं डॉ. ईशा नरूला ने महिला समूहों, पंचायतों, सामाजिक, धार्मिक व शैक्षणिक संगठनों का आह्वान किया वे इस जन जागरूकता अभियान में योगदान दें, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं अपनी जांच करवा सकें।