ड्रोन तकनीक में रोजगार व शोध की अपार संभावनाएं हैः प्रो. विनोद छोकर

ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड एप्लीकेशंस पर पांच दिवसीय बूट कैंप शुरू।

ड्रोन तकनीक में रोजगार व शोध की अपार संभावनाएं हैः प्रो. विनोद छोकर

हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने कहा है कि ड्रोन तकनीक वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती तकनीक है। आने वाले समय में मानव की जीवनशैली को पूरी तरह से बदलने वाली इस तकनीक में रोजगार व शोध की अपार संभावनाएं हैं। प्रो. विनोद छोकर सोमवार को गुजविप्रौवि तथा एनआईटी कुरुक्षेत्र के सौजन्य से ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड एप्लीकेशंस विषय पर आयोजित पांच दिवसीय बूट कैंप के प्रतिभागियों को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।    

प्रो. विनोद छोकर ने बताया कि कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई गुजवि की विश्वस्तरीय पहचान को और अधिक मजबूत करने की विशेष योजना पर कार्य कर रहे हैं। इस योजना के तहत नए रोजगारपरक कोर्सों को शुरू करने के साथ-साथ विद्यार्थियों की रूचि व योग्यता के अनुसार उनके कौशल का विकास करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। कृषि, खाद्य, स्वास्थ्य, यातायात तथा अन्य सभी क्षेत्रों में इस तकनीक की भूमिका बढ़ती जा रही है। इस तकनीक में महारथ हासिल करके ही 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार किया जा सकता है।

बूट कैंप के कोऑर्डिनेटर प्रो. पुनीत कत्याल व डॉ. मनीष गुप्ता ने बताया कि इस कैंप का उद्देश्य ड्रोन टेक्नोलॉजी से संबंधित विद्यार्थियों के कौशल तथा क्षमता को विकसित करना तथा उद्योग आधारित ड्रोन तकनीक से विद्यार्थियों को अवगत कराना है। इस दौरान प्रतिभागियों के लिए वर्कशॉप, विषय विशेषज्ञों द्वारा विशेष व्याख्यानों, टेक्नीकल ट्रेनिंग, प्रोजेक्ट डेवलपमेंट तथा इंडस्ट्री इंटरेक्शन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

कैम्प में बीटेक इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, आदि के 70 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। एनआईटी कुरुक्षेत्र की ओर से प्रो. महेश पाल, प्रो. लीले देवान, प्रो. रितु गर्ग तथा प्रो. वीजी डुरगारो रायडू प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देंगे। कैंप का समापन नौ फरवरी को होगा।