समाचार विश्लेषण/ काश, रजनीकांत जैसे सब एक्टर होते 

समाचार विश्लेषण/ काश, रजनीकांत जैसे सब एक्टर होते 
कमलेश भारतीय।

-कमलेश भारतीय

दक्षिण के सुपर स्टार रजनीकांत ने राजनीतक पार्टी बनाये जाने से सार्वजनिक तौर पर माफी मांग ली और अपने गिरते स्वास्थ्य का हवाला भी दिया है । वैसे कुछ साल पहले से रजनीकांत राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा कर अपने फैंस को उत्साहित कर चुके थे लेकिन इधर गिरते स्वास्थ्य के चलते एकदम यू टर्न ले लिया और शायद अमिताभ बच्चन की तर्ज प, कह गये -राजनीति के अंगने में हमारा क्या काम है ? 

वैसे राजनीति और फिल्म स्टारों का साथ नया नहीं । खासतौर पर तमिलनाडु में । करूणानिधि, जयललिता और कुमारस्वामी सभी तो फिल्मी दुनिया से ही आए और जयललिता व करूणानिधि के बीच खूब ठनी । दोनों ने एक दूसरे से राजनीतिक बदले भी लिए । फिर जयललिता की पार्टी को कमजोर किया गया और अभी शशिकला का क्या रोल हो , कुछ कह नहीं सकते । जयललिता पर ही कब्जा कर लिया एक वीडियो का काम करने वाली शशिकला ने और अस्पताल में ऐसी चौकसी कि जयललिता के परिवारजन भी मिल नहीं सकते थे । दूसरों की तो बात ही छोड़ दो । यानी अस्पताल में शशिकला की मर्जी के बिना परिंदा भी पर नहीं मार सकता था । 

अब तमिलनाडु में चुनाव आ रहे हैं और भाजपा यहां भी गेम के मूड में है लेकिन चेतावनी मिल गयी जयललिता की पार्टी की ओर से कि मुख्यमंत्री हमारा ही नेता होगा , यदि मंजूर है तो आइए । पता नहीं क्यों, रजनीकांत की राजनीति से दूर रहने की घोषणा के पीछे भाजपा का हाथ लग रहा है पहले कांग्रेस का हाथ लगा करता था   । अब कांग्रेस के हाथ में वो पहले सी बात नहीं रही । दम नहीं रहा जो भाजपा के हाथ में है । सब बदल दूंगा जैसी बात । 

वैसे राजनीति में फिल्मी सितारे क्या कुछ करिश्मा कर पाते हैं ? सन्नी द्योल आजकल पंजाब के गुरदासपुर से हैं भाजपा के सांसद और उन्हीं की फिल्म का डायलाॅग लिख कर कहा जा रहा है -आखिर कातिया का बन ही गया सन्नी । यह फजीहत उस आदमी की हो रही है जो पंजाब के ही मैन धर्मेंद्र का बेटा है । किसान आंदोलन पर खामोश । किसान आंदोलन पर पंजाब के लोग सन्नी की मौजूदगी चाहते हैं , यह चुप्पी नहीं । जनता की नब्ज पहचानने में चूक रहे हैं । कितने ही पंजाबी गायक , कलाकार किसान आंदोलन में सहयोग देने को घोषणा करने उनके बीच गये । फिर चाहे वे दलजीत दोसांझ हो या गुल पनाग ।

रजनीकांत के फैंस तो बड़ी संख्या में हैं और यदि वे राजनीति में कूद जाते तो भाजपा को पांव रखने की जगह न मिलती । इसलिए रजनीकांत पर प्यार भरा दवाब बनाते जाने की कल्पना तो की ही जा सकती है । बाकी तो रजनीकांत की सेहत के लिए शुभकामनाएं । क्या कमल हासन राजनीति में आएंगे,,? अभी यह रहस्य बाकी है ।