ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी की अष्टमी पुण्यतिथि पर बीएमयू में हवन आयोजित

रोहतक, गिरीश सैनी। बाबा मस्तनाथ विवि में वीरवार को संस्थापक कुलाधिपति ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी की अष्टमी पुण्यतिथि पर श्रद्धापूर्वक हवन कार्यक्रम एवं प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। इस दौरान दूर-दूर से आए साधु-संत, क्षेत्र के गणमान्य जन सहित कुलपति प्रो. एच.एल. वर्मा, कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार एवं सभी डीन, संकाय सदस्य, गैर शिक्षक कर्मी मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत वेद मंत्रों के उच्चारण और हवन यज्ञ से हुई। इस मौके पर कुलाधिपति महंत बालकनाथ योगी की गरिमामयी उपस्थिति रही। उन्होंने ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी की पुण्य स्मृति को नमन करते हुए कहा कि पूज्य महाराज ने अपने तप और त्याग से समाज को शिक्षा और स्वास्थ्य की दिशा में नई रोशनी दी। उनके मार्गदर्शन से विवि ने आज विकास की जिस ऊंचाई को पाया है, वह पूरे समाज के लिए गर्व का विषय है। इस दौरान बाबा मस्तनाथ आयुर्वेदिक कॉलेज की ऐतिहासिक यात्रा को भी याद किया गया। वर्ष 1958 में स्थापित इस कॉलेज ने आयुर्वेदिक चिकित्सा शिक्षा में महत्वपूर्ण पहचान बनाई है। प्रारंभिक दौर में 60 सीटों से शुरू हुए बी.ए.एम.एस. पाठ्यक्रम को आज 100 सीटों तक विस्तारित किया गया है। साथ ही 7 पी.जी. कोर्स में 35 सीटों की शुरुआत कर उच्च शिक्षा के नए द्वार खोले गए। यह उपलब्धि संस्थापक दादा गुरु श्रेयोनाथ महाराज और ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी को समर्पित की गई।
महंत बालकनाथ योगी ने कहा कि बाबा मस्तनाथ आयुर्वेदिक कॉलेज ने विवि की नींव मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है। यह पौधा अब विशाल वटवृक्ष बन चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयुर्वेद कॉलेज के क्षेत्र में हमारा प्रथम स्थान है और शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज भी स्थापित करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विवि में जल्द ही जॉब ओरिएंटेड कोर्स जैसे - बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस (बीवीएससी) एंड एनिमल हसबेंडरी और फॉरेंसिक साइंस शुरू किए जाएंगे।
महंत बालकनाथ योगी ने कहा कि बाबा मस्तनाथ विवि शिक्षा और सेवा का संगम है। यहां से पास आउट विद्यार्थी समाज और राष्ट्र निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विवि की प्रगति में संतों का विशेष योगदान रहा है। हरियाणा में सबसे पहले एमबीए और बीटेक की कक्षाएं बाबा मस्तनाथ विवि में शुरू हुई। हवन यज्ञ के उपरांत श्रद्धालुओं और विवि परिवार के बीच प्रसाद वितरित किया गया।