दोआबा कालेज जालन्धर में ज्ञान गंगा समागम आयोजित
दोआबा कालेज में ज्ञान गंगा समागम में डॉ. गुरिन्द्रजीत कौर का स्वागत करते हुए प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी व प्राध्यापकगण । साथ में विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेते हुए विद्यार्थी ।
जालन्धर, 7 नवम्बर, 2025: दोआबा कालेज में विकसित भारत के लिये नवीनीकरण एवं उद्यमशीलता की थीम पर आधारित ज्ञान गंगा-2025 भव्य समागम का आयोजन किया गया जिसमें 29 स्कूलों के 1300 से ज्यादा विद्यार्थियों ने 41 प्रतिस्पर्धाओं- विज्ञान गंगा, टैक गंगा, संचार गंगा, ऐजु गंगा, अमृत गंगा, श्री गंगा एवं फन गेम्स में बढ़-चढ़ कर भाग लिया ।
इस मौके पर डॉ. गुरिन्द्रजीत कौर- डीईओ जालन्धर बतौर मुख्य मेहमान तथा राजीव जोशी-डिप्टी डीईओ विशेष मेहमान, उपस्थित हुये जिनका हार्दिक अभिनन्दन प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, डॉ. राजीव खौसला व प्रो. नवीन जोशी-संयोजकों, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया । समारोह का शुभारम्भ गणेश वंदना एवं दोआबा जय गाण से हुआ ।
डॉ. गुरिन्द्रजीत कौर ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि उन्हें अपने अध्यापकों से स्टीक मार्गदर्शन लेकर समाज में साकारात्मक बदलाव लाने का प्रयत्न करना चाहिए । उन्होंने कहा कि भारत सरकार का भी यह भरसक प्रयास है कि युवा जॉब देने वाले बने । इसीलिए सरकार ने विकसित भारत की थीम के अन्तर्गत इनोवेशन यानि नवाचार एवं ऐन्ट्राप्रोनोरशिप पर ज्यादा बल दिया है । इसी कड़ी में आयोजित ज्ञान-गंगा प्रोग्राम की उन्होंने भरसक प्रशंसा की ।
इस मौके पर विद्यार्थियों ने इनक्युजीटिव बज, विज्ञान संदेश- प्रि प्रिपेड पोस्टर, जस्ट आमिनेट, स्टिल वर्किंग मॉडल्स, स्किट, साईंस बिजनेस, आईडिएशन, टेक गंगा में डिजीटल पोस्टर डिजाईन, आईडिया सनैप शॉट, डीबेट, क्रिएटिव रील कांटेंट, ऑनलाईन चेस, संचार गंगा में रेडियो की आवाज़, फोटोग्राफी, पॉर्डकास्ट न्यूज़ रीडिंग, ऐजु गंगा में नेल आर्ट, मेहंदी, ऐजु गुरू, बलैक बोर्ड राईटिंग, रंगोली, डैक्लामेशन, वेस्ट टू वेल्थ, एडमेड शो, कविता उच्चारण, डांस पे चांस व स्टैंडअप कॉमेडी, श्री गांगा में माई ड्रीम मशीन, बेस्ट हैंड राईटिंग, आईडिया राईटर, क्रिएटिव राईटिंग, पोस्टर मैकिंग, रैपिड आईडिया टॉक, स्लोगन राईटिंग, इत्यादि में बढ़-चढ़ कर भाग लिया ।
प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी ने कहा कि दोआबा कॉलेज की सदैव यह प्रतिबद्धता रही है कि वह गुणवत्ता पर आधारित उच्च शिक्षा युवाओं को दे सकें, जिसमें कैम्पस में करवाई जाने वाली गैर-शैक्षणिक और शैक्षणिक गतिविधियाँ बड़ी अहम भूमिका रहती है । उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए । डॉ. भण्डारी ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिये कृषि आधारित इकॉनमी से नॉलेज आधारित इकॉनमी की तरफ चलना होगा । इसके लिये युवाओं को इनोवेशन एवं उद्यमशीलता के माध्यम से सक्रिय भूमिका निभानी होगी ।
इस मौके पर प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, डॉ. राजीव खौसला और प्रो. नवीन जोशी ने विजयी विद्यार्थियों को र्स्टीफिकेट एवं सम्मान चिह्न देकर सम्मानित किया । प्रो. नवीन जोशी ने उपस्थिति का धन्यवाद किया ।
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