सीख से कौशल तक, शिक्षा, एफएलएन और कौशल शिक्षा में रोहतक जिला दिखा रहा मजबूत प्रगतिः उपायुक्त सचिन गुप्ता
31 स्कूलों में कला-आधारित और शारीरिक गतिविधियों की शुरुआत
रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा कि सीख से कौशल तक रोहतक जिला शिक्षा, एफएलएन और कौशल शिक्षा में मजबूत प्रगति प्रदर्शित कर रहा है। जिला में सुपर-40 कार्यक्रम शीघ्र स्थानीय हिसार रोड स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शुरू होगा, जिसके लिए कड़ी परीक्षा प्रक्रिया के बाद 40 छात्रों का चयन किया गया है। इन छात्रों को आईआईटी-जेईई और एनईईटी 2027 के लिए निशुल्क कोचिंग, साप्ताहिक परीक्षण, अध्ययन सामग्री व विशेषज्ञ सत्र की व्यवस्था की जा रही है।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ विभिन्न कार्यक्रमों व नई पहलों के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए जीरो पीरियड के दौरान पढऩे की प्रवाह क्षमता, सहपाठी शिक्षण और छोटे समूहों में शिक्षण को और मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा, डाइट और समग्र शिक्षा की टीमों की पिछले महीने की तुलना में सभी प्रमुख क्षेत्रों मजबूत फील्ड मॉनिटरिंग और शैक्षणिक जवाबदेही, डिजिटल प्लेटफॉर्म का प्रभावी उपयोग, एफएलएन प्रथाओं व मेंटरिंग सहायता को मजबूती में उल्लेखनीय सुधार के लिए प्रशंसा की।
उपायुक्त ने बैठक में आधारभूत शिक्षण, कक्षाओं की गुणवत्ता, डिजिटल एंगेजमेंट और कौशल आधारित शिक्षा में जिला में हुई उल्लेखनीय प्रगति की रिपोर्ट को रोहतक में शिक्षा सुधार की दिशा में एक मजबूत कदम बताया। उन्होंने कहा कि निपुण रोहतक की ओर तेज कदम आधारभूत सीखने में मजबूती प्रदर्शित होती है। डाइट मदीना की प्रस्तुति में एफएलएन और कक्षा सहभागिता में स्पष्ट सुधार देखा गया। डाइट द्वारा 520 के लक्ष्य के विरुद्ध 501 शिक्षकों का मेंटरिंग निरीक्षण पूरा किया गया, कक्षा 1-8 के लिए 69 सक्षम एलिमेंटरी निरीक्षण पूर्ण किए गए, 31 स्कूलों में कला-आधारित और शारीरिक गतिविधियों की शुरुआत की गई। नीव (एनईईवी) डिजिटल लर्निंग में कक्षा नौंवीं-दसवीं के छात्रों द्वारा वीडियो व लाइव कक्षाओं में उच्च सहभागिता दर्ज करवाई गई।
उपायुक्त ने कहा कि रोहतक जिला पूर्ण निपुण स्थिति हासिल करने की दिशा में निरंतर प्रगति पर है। शिक्षा परिवर्तन जारी है तथा ढांचा और तकनीक में मजबूत सुधार दर्ज किया गया है। सभी स्कूलों में डुअल डेस्क आपूर्ति लगभग पूर्ण की जा चुकी है। शौचालय, पेयजल और स्वच्छता की स्थिति में सुधार हुआ है। दीक्षा तथा ई-अध्ययन के लिए स्मार्ट क्लासरूम का प्रयोग विशेषकर पीएम श्री स्कूलों में अधिक प्रभावी है। उपायुक्त ने शेष बिजली-पानी से जुड़ी समस्याओं को तुरंत दूर करने व सभी स्मार्ट क्लासरूम में प्रति सप्ताह न्यूनतम तीन डिजिटल अध्याय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि कक्षा से प्रतियोगिताओं तक ओलंपियाड और सुपर-40 कार्यक्रम में तेजी लाई जाये। उन्होंने चयनित छात्रों के लिए नियमित मूल्यांकन व प्रेरणा सत्र का निर्देश दिया। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल कौशल लैब्स का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करें और जनवरी में होने वाले स्किल ऑडिट के लिए तैयारी करें। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी मनजीत मलिक, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलजीत सिंह, डाइट प्राचार्य वीरेंद्र मलिक, उप जिला शिक्षा अधिकारी मुन्नी देवी, लाखनमाजरा की खंड शिक्षा अधिकारी साधना, कलानौर की खंड शिक्षा अधिकारी सुनीता व सांपला की खंड शिक्षा अधिकारी सुमन हुड्डा के अलावा डीएमएस डॉ. दीपक अरोड़ा, एफएलएनसी रूपांशी हुड्डा, प्राचार्य संध्या सुमन, बीआरपी कनिका व पूनम, डीआरपी हरिश मेहता, उपमंडल अभियंता अनिल दूहन सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
Girish Saini 


