लॉकडाउन विस्तार का स्वागत, खास उद्योगों के उत्पादन को टालना निराशाजनक: शरद कुमार सराफ, फियो अध्यक्ष

हालांकि फियो अध्यक्ष ने विनिर्माण क्षेत्र के चयनित उद्योगों के खासकर निर्यात से जुड़ी यूनिट के नहीं खोले जाने पर अपनी निराशा व्यक्त की

लॉकडाउन विस्तार का स्वागत, खास उद्योगों के उत्पादन को टालना निराशाजनक: शरद कुमार सराफ, फियो अध्यक्ष

आगामी 3 मई तक लॉकडाउन के विस्तार और प्रत्येक नागरिक द्वारा 7-पॉइंट चार्टर को अपनाने के संबंध में आज माननीय प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री शरद कुमार सराफ ने कहा कि कोविड19 से लड़ने के लिए ये कदम बेहद महत्वपूर्ण हैं। एक सच्चे राजनेता की तरह सामने से कोरोनावायरस के खिलाफ देश की लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए प्रधान मंत्री की उन्होंने सराहना की।

 

हालांकि फियो अध्यक्ष ने विनिर्माण क्षेत्र के चयनित उद्योगों के खासकर निर्यात से जुड़ी यूनिट के नहीं खोले जाने पर अपनी निराशा व्यक्त की। इस प्रकार की छूट नहीं दिए जाने से निर्यातक समय पर अपनी डिलिवरी नहीं दे पाएंगे जिससे उनके बचे हुए आर्डर भी रद हो जाएंगे जिससे उन्हें भारी व्यावसायिक नुकसान होगा। उन्हें आगे भी आर्डर मिलने में दिक्कत होगी। निर्यातकों विशेष रूप से एमएसएमई निर्यातकों के पास अप्रैल महीने के लिए मजदूरी का भुगतान करने के लिए कोई नकदी नहीं है क्योंकि वे लॉकडाउन के दौरान किसी भी व्यावसायिक गतिविधि का संचालन करने में असमर्थ रहे हैं।

 

उन्होंने यह भी कहा कि गोलपोस्ट की शिफ्टिंग से उन वास्तविकताओं से बचने में मदद नहीं मिलेगी क्योंकि जब भी औद्योगिक उत्पादन को खोला जाएगा, हमें इस प्रकार की स्थिति का सामना करना पड़ेगा। खास या चयनित विनिर्माण को भी शुरुआत में श्रम, कच्चे माल, परिवहन आदि की अनुपलब्धता का सामना करना होगा लेकिन कुछ समय के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। यहां तक कि स्पेन जैसे देश जो कोरोना से सबसे बुरी तरह से प्रभावित राष्ट्र हैं, ने भी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए शुरुआत की दी है।

 

फियो अध्यक्ष ने मांग की कि अर्थव्यवस्था में मदद करने के लिए एक व्यापक आर्थिक पैकेज की घोषणा की जा सकती है, जिसमें छह महीने के बाद किश्तों में चुकाने के लिए एक अधिस्थगन के साथ छह महीने की मजदूरी, किराये और अन्य उपयोगिताओं को कवर करने के लिए ब्याज मुक्त कर्ज की व्यवस्था हो। इस तरह के समर्थन के बिना सरकार को तालाबंदी के दौरान उद्योग से मजदूरी का भुगतान करने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए और इस मामले में कोई भी ठोस कार्रवाई केवल प्रतिशोधी होगी।

 

श्री सराफ ने कहा कि वह निर्यात समुदाय को सलाम करते हैं, जो इस तरह के नुकसान और धूमिल भविष्य के बावजूद, माननीय प्रधानमंत्री द्वारा आग्रह के रूप में समुदाय विशेष रूप से गरीब वर्गों को किराने का सामान, मास्क और चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहा है।