आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र में उपलब्ध रोमांचक करियर अवसरों पर विस्तृत चर्चा
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट (आईएचटीएम) में आयोजित विशेषज्ञ व्याख्यान श्रृंखला में आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र में उपलब्ध रोमांचक करियर अवसरों पर विस्तृत चर्चा हुई। कार्यक्रम में प्रो. सैयद इनायत ज़ैदी (जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली) तथा प्रो. जटा शंकर तिवारी (स्कूल ऑफ टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी एंड सर्विसेज मैनेजमेंट, इग्नू) ने छात्रों के साथ संवाद किया।
प्रो. सैयद इनायत ज़ैदी ने भोजन के इतिहास, उसके विकास और विभिन्न सांस्कृतिक संदर्भों को पर्यटन से जोड़ते हुए अपनी बात रखी। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि भारतीय व्यंजनों की विविधता, परंपराएं और त्यौहार पर्यटन को किस तरह नई पहचान दे सकते हैं और इस क्षेत्र में करियर बनाने वाले युवाओं के लिए यह एक बड़ा अवसर है।
प्रो. जटा शंकर तिवारी ने भारतीय ज्ञान परंपरा (इंडियन नॉलेज सिस्टम) के संदर्भ में पर्यटन और आतिथ्य के आयामों पर चर्चा की। उन्होंने वेदों, उपनिषदों, महाकाव्यों और शास्त्रीय साहित्य से समृद्ध उदाहरण साझा करते हुए बताया कि अतिथि-सत्कार, पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी, तीर्थ व आध्यात्मिक पर्यटन, लोक संस्कृति और लोकाचार जैसे विषय भारतीय चिंतन के मूल में हैं और आधुनिक पर्यटन उद्योग इन्हीं मूल्यों को आधार बनाकर वैश्विक स्तर पर अपनी अलग पहचान बना सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निदेशक आईएचटीएम प्रो. आशीष दहिया ने अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया और संस्थान की प्रगति यात्रा, नए शैक्षणिक कार्यक्रमों, उद्योग से जुड़ी पहलों और विद्यार्थियों की उपलब्धियों की जानकारी दी। प्रो. संदीप मलिक ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. अनूप ने किया। इस दौरान डॉ. शिल्पी, डॉ. ज्योति सहित शोधार्थी व विद्यार्थी मौजूद रहे।
Girish Saini 


